ओटीटी प्लेटफॉर्म पर अमेजॉन प्राइम वीडियो की वेब सीरीज ‘तांडव’ को लेकर जगह जगह बवाल मचा हुआ है। सीरीज को लेकर तांडव कुछ इस कदर मचा हुआ है कि लखनऊ में डायरेक्टर अली अब्बास जफर सहित 5 लोगों के खिलाफ मामला भी दर्ज हो चुका है। अलावा इसके राजनीतिक पार्टियां अपना हस्तक्षेप भी कर रही हैं।बता दें बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने भी विशेष समुदाय की भावनाओं को आहत करने का आरोप लगाया है।फिलहाल सभी यह जानने के लिए इच्छुक है कि आखिर ऐसा क्या है जिससे सोशल मीडिया से लेकर सड़कों तक तहलका मचा हुआ है।
दरअसल सीरीज के पहले एपिसोड के ही एक सीन में एक्टर जीशान अयूब भगवान शंकर से मिलता-जुलता रूप बनाए हुए हैं।उनके हाथ में त्रिशूल और गले में रुद्राक्ष की माला दिखाई दे रही है। हालांकि, अभिनेता ने इस सीन में कोट पेंट पहना हुआ है। इस सीन में वे कहते हैं कि “आखिर आपको किससे आजादी चाहिए।” तभी मंच पर संचालक की भूमिका में नारद मुनि का किरदार आता है और वे कहते हैं-“नारायण-नारायण। प्रभु कुछ कीजिए। रामजी के फॉलोअर्स लगातार सोशल मीडिया पर बढ़ते ही जा रहे हैं।”

इस सीन पर हिंदू धार्मिक भावना आहत करने की बात कही जा रही है। वहीं एक और सीन है जिसको लेकर भी हंगामा मचा हुआ है। इस वेब सीरीज के दूसरे सीन में एक दलित मंत्री कथित ऊंची जाति की महिला के साथ डेटिंग करता है।वेब सीरीज के सीन में विवादित बयान दिया गया जिसमें डायलॉग में कहा गया कि “जब एक छोटी जाति का आदमी एक ऊंची जाति की औरत को डेट करता है तो वह बदला ले रहा होता है, सिर्फ उस एक औरत से।” इस बयान पर भी लोगों ने अपनी आपत्ति दर्ज की है।
इस वेब सीरीज को अली अब्बास जफर ने डायरेक्ट किया है जिन्होंने इससे पहले दुल्हन गुंडे सुल्तान और टाइगर जिंदा है जैसी फिल्मों का निर्देशन भी किया था।वहीं तांडव वेब सीरीज की कहानी को गौरव सोलंकी ने लिखा है।मध्य प्रदेश उत्तर प्रदेश के अन्य राज्यों में इस वेब सीरीज को लेकर तांडव मचा हुआ है।प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने इस मामले में विधि विभाग को एक पत्र लिखा है, जिसमें नरोत्तम मिश्रा ने वेब सीरीज को लेकर विधिक कार्रवाई करने की मांग की है।