मथुरा। कस्बा सुरीर में पुलिस की दबंगों को संरक्षण देने और पीड़ितों को ही परेशान करने की कार्यशैली से व्यथित दंपत्ति द्वारा स्वयं को आग के हवाले करने की घटना ने मथुरा से लेकर लखनऊ तक हड़कंप मचा दिया है। दंपत्ति की हालत काफी नाजुक देखते हुए जिला अस्पताल मथुरा से उन्हें दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया है। इस घटना से गुस्साए लोगों के आक्रोश को देखते हुए पुलिस के आलाधिकारियों ने सुरीर कोतवाल एवं 2 सब इंस्पेक्टर निलंबित कर दिया गया है तो वहीं आरोपी दबंग को भी पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। घटना की गंभीरता को देखते हुए आईजी आगरा रेंज, जिलाधिकारी, एसएसपी, एसपी देहात सहित अन्य अधिकारी भी पीड़ित के घर सांत्वना देने पहुंचे और इस मामले के उचित कार्यवाही व मदद का आश्वासन दिया है।
ताजा मामला मथुरा के कस्बा सुरीर से सामने आया है। एक पीड़ित को अपना मुकदमा दर्ज कराने के लिए अपनी पत्नी के साथ थाना सुरीर में आत्मदाह करना पड़ा। पीड़ितों के इस कदम के बाद ही पुलिस अधिकारियों की आंखे खुल पाई। थाने में आत्मदाह करने से पुलिस कर्मियों के हाथ पांव फूल गए। मौके पर मौजूद पुलिस कर्मी दंपत्ति को बचाने की बजाय भाग खड़े हुए लेकिन एक सिपाही सौरभ ने हिम्मत दिखाते हुए अपनी वर्दी से आग में जल रहे दंपत्ति की आग बुझाने का काफी प्रयास किया। उन्होंने उच्चाधिकारियों को सूचना देते हुए जुगेंद्र और उसकी पत्नी को उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती करवाया।
बताया जाता है कि सुरीरकलां निवासी जुगेंद्र ठाकुर एक ईंट भट्टा पर काम करता है। विगत काफी दिनों से पड़ोसी दबंग सत्यपाल सिंह ठाकुर उंसकी जमीन व घर कब्जाने की नीयत से शराब के नशे में जुगेंद्र की पत्नी चंद्रवती और 15 वर्षीय पुत्र जगदीश से गाली गलौज व मारपीट कर रहा था जिसकी शिकायत दंपत्ति ने सुरीर कोतवाली में की लेकिन पुलिस ने दबंग पर कोई कार्यवाही नहीं हुई। इससे आरोपी के हौसले बुलंद हो गए और वो प्रतिदिन अभद्रत, गाली गलौज व मारपीट करने लगा। किसी भी अधिकारी ने इस पीड़ित की सुनवाई नही की। बहरे हो चुके इन अधिकारियों तक आवाज पहुँचाने के लिए दंपत्ति ने यह कदम उठाया।
पीड़ित जुगेंद्र ने अपने पुत्र से इस पूरी घटना का वीडियो भी बनवाया जिससे लोगों को पता चल सके कि एक गरीब को इंसाफ पाने के लिए क्या करना पड़ता है। पीड़ित का बेटा रोता रहा और अपने मातापिता को आत्मदाह करते हुए देखता रहा।
एसएसपी शलभ माथुर ने बताया कि इस मामले को गंभीरता से लेते हुए लापरवाही बरतने को लेकर सुरीर कोतवाल अनूप सरोज, सब इंस्पेक्टर सुधीर कुमार और हलका इंचार्ज एसआई दीपक नागर को तुरंत निलंबित कर दिया गया है।निलंबित कोतवाल अनूप सरोज ने अपने आप को बचाने के लिए पूरा मामला बदल दिया। उनका कहना था कि झगड़ा नाली को लेकर था जबकि तफ्तीश में नाली का विवाद सामने नही आया है।
फिलहाल कुछ भी हो लेकिन इस घटना ने सब को झकझोर के रख दिया है और लोगों का विश्वास एक बार फिर पुलिस से डगमगाने लगा है।