आगरा। मुखबिर की सूचना पर खनन माफियाओं को अवैध खनन के साथ पकड़ने गए एस आई को खनन माफियाओं ने गोली मार दी। खनन माफियाओं और पुलिस की मुठभेड़ की सूचना पर ग्रामीण मौके पर पहुँचे तो खनन माफियाओं के चंगुल से एसआई निशामक त्यागी को बचाया जा सका। इस घटना की सूचना पर पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया। मौके पर पहुँची पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से एसआई निशामक त्यागी को पुष्पांजलि हॉस्पिटल में भर्ती कराया है। पुलिस के आलाधिकारी भी मौके पर पहुँच गए है।
घटना थाना इरादत नगर क्षेत्र के सदुपरा पीपल रास्ते की है। बताया जाता है कि मुखबिर खास से सूचना मिली थी कि क्षेत्र में धड़ल्ले से खनन चल रहा है। खनन माफिया बैखोफ होकर खनन को अंजाम दे रहे है। मुखबिर खास की इस सूचना पर क्षेत्रीय थाने के एसआई लाखन सिंह और एसआई निशामक त्यागी दलबल के साथ पहुँचे। दोनों ने खनन माफियाओं को रोकने का प्रयास किया तो खनन माफियाओं ने हमला बोला दिया और फायरिंग करने लगे। इस घटना में पुलिस और खनन माफियाओं के बीच गुथमगुत्था होती रही। अकेला निशामक त्यागी खनन माफियाओं से जूझते रहे लेकिन खनन माफियाओं ने लगातार फायरिंग करके अपने मंसूबों को जता दिया। पुलिस और खनन माफियाओं के बीच मुठभेड़ की सूचना पर ग्रामीण मौके पर पहुँच गए और खनन माफियाओं की घेराबन्दी की लेकिन खनन माफिया फायरिंग करते हुए फरार हो गए।
घटना स्थल मौजूद पुलिस कर्मियों ने ग्रामीणों की मदद से एसआई निशामक त्यागी को बचाया और गंभीर हालत में पुष्पांजलि हॉस्पिटल के भर्ती कराया जहाँ उसका उपचार चल रहा है। एसआई के गोली कमर के नीचे लगने से वो खतरे से बाहर है।
आपको बताते चलें कि कुछ दिनों पहले ही आईजी रेंज सतीश गणेश ने जिले के छह स्थानों को चिन्हित कर दिशा निर्देश जारी किए गए थे कि उनके थाने क्षेत्र में चल रहे खनन को वो रोके और खनन माफियाओं पर कड़ी कार्रवाई करें। आईजी दिन से मिले दिशा निर्देश के बाद ही एसएसपी बबलू कुमार भी हरकत में आए थे। उन्होंने चेन्नई आलू में से कई थानों का औचक निरीक्षण भी किया था और थानेदारों को खनन माफियाओं पर सख्त कार्रवाई के दिशा निर्देश दिए थे इसी के चलते पुलिस मैं भी अपने मुखबिर तंत्र को खनन माफियाओं के खिलाफ मजबूत किया था। मुखबिर से मिली सूचना पर ही पुलिस ने आज इस कार्रवाई को अंजाम दिया लेकिन खनन माफियाओं ने पुलिस पर सीधे फायरिंग कर अपने मंसूबों को पुलिस प्रशासन के सामने रख दिया है कि पुलिस उन पर कितनी भी कार्रवाई करें लेकिन वह खनन करने से पीछे नहीं हटेंगे।
फिलहाल देखना होगा कि पुलिस और खनन माफियाओं की मुठभेड़ के बाद पुलिस प्रशासन इन खनन माफियाओं पर कैसे अंकुश लगाता है।