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फिर उठा नगर निगम में भ्रष्टाचार का मुद्दा, मंत्रियों ने चिट्ठी लिख की इस अधिकारी को हटाने की मांग

by admin

आगरा का नगर निगम भ्रष्टाचार का अड्डा बन गया है। भ्रष्टाचार के कारण ही आगरा नगर निगम एक बार फिर समाचार पत्रों की सुर्खियों बना हुआ है। निगम में व्याप्त भ्रष्टाचार के खिलाफ सबसे पहले आवाज को पांच बार के विधायक रहे स्व. जगन प्रसाद गर्ग ने बुलंद की थी और इस बार आगरा से ताल्लुक रखने वाले दोनों राज्यमंत्री उदयभान सिंह और जी एस धर्मेश ने मोर्चा खोला है। दोनों मंत्रियों ने वित्त मंत्री सुरेश खन्ना को चिट्ठी लिखकर आगरा नगर निगम में तैनात वित्त और लेखाधिकारी पवन कुमार पर गम्भीर आरोप लगाए हैं।

चिट्ठी में लिखा गया है कि किस तरह पवन कुमार रिश्वतखोरी और कमीशनखोरी की वजह से ठेकेदारों का उत्पीड़न कर रहे हैं जिससे सरकार की छवि खराब हो रही है और शहर में कोई विकास कार्य नही हो पा रहा है। दोनों ही मंत्रियों ने नगर निगम के वित्त लेखा अधिकारी पवन कुमार का स्थानान्तरण करने और उनके खिलाफ उचित कार्रवाई की मांग की है। वित्त मंत्री सुरेश खन्ना को जो पत्र लिखे हैं वह आप सोशल मीडिया पर तेजी के साथ वायरल हो रहे हैं। चिट्ठियां वायरल होने से नगर निगम में भी हड़कंप मचा हुआ है। चारों ओर सिर्फ इसी बात की चर्चा है कि आखिरकार अब पवन कुमार का क्या होगा।

चिट्ठियां वायरल होने के बाद आगरा नगर निगम में भ्रष्टाचार का जिन्न एक बार फिर बाहर निकल आया है। क्योंकि 5 बार के विधायक रहे जगन प्रसाद गर्ग जिनका कुछ महीने पहले ही निधन हुआ था, उन्होंने नगर निगम में 27 प्रतिशत कमीशनखोरी की चिट्ठी लिखकर हड़कम्प मचा दिया था। तब भी नगर निगम सुर्खियों में रहा था और ऐसे में भ्रष्टाचार फैलने की बात फिर सुर्खियों में है।

दोनों मंत्रियों ने अपने पत्र में साफ लिखा है कि पत्र के साथ संलग्न नगर निगम के ठेकेदारो द्वारा संयुक्त रूप से दिये गए प्रार्थना पत्र को संज्ञान में लेने का कष्ट करें। प्रार्थना पत्र द्वारा एवं मौखिक रूप से अवगत कराया गया है कि नगर निगम आगरा में पवन कुमार वित्त एवं लेखा अधिकारी के पद पर तैनात हैं और उन पर भ्रष्टाचार एवं कमीशन खोरी की शिकायत की गई है। ठेकेदारों द्वारा अवगत कराया गया है कि इस भ्रष्ट अधिकारी के कारण जनहित से जुड़े कार्य संपादित नहीं हो पा रहे है और बिना कमीशन दिए हुए वह किसी भी ठेकेदार का भुगतान नहीं कर रहे हैं। इससे ठेकेदारों का शोषण हो रहा है और आगरा शहर में जो भी नगर निगम द्वारा विकास कार्य कराए जाने है वो रुके हुए हैं। दोनों मंत्रियों ने वित्त मंत्री सुरेश खन्ना से मांग की है कि आगरा नगर निगम में पवन कुमार के रहने से भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिल रहा है तो सरकार की स्वच्छ छवि भी खराब हो रही है। दोनों ने संयुक्त रूप से मांग की है कि ऐसे अधिकारी को आगरा नगर निगम से जिले में स्थानांतरण कर दिया जाए और उनकी विभागीय जांच की जाए

इसको लेकर आरोपी अधिकारी पवन कुमार का कहना है कि कुछ महीने पहले वित्तीय स्थितियां गंभीर रही हैं, खर्चों के एवज में आय नगर निगम की कम हुई और इसी वजह से कुछ ठेकेदारों का भुगतान समय से नहीं हुआ और जिससे नाराज़ होकर ठेकेदारों ने मंत्रियों से शिकायत की और उन्होंने वित्त मंत्री को चिट्ठी लिखी।

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