Agra. ताजनगरी में 10 फरवरी को वोट डाले जाएंगे। ऐसे में अपनी अपनी विधानसभाओं से चुनाव लड़ने के लिए पर्चा दाखिल करने वाले तमाम प्रत्याशी अलग-अलग पार्टियों से पर्चा भरने जिला मुख्यालय पहुंच कर पर्चा दाखिल कर चुके हैं। चुनावी रण में उतर रहे इन प्रत्याशियों से उनकी विधानसभा की समस्याओं के बारे में जाना तो उन्होंने वर्तमान विधायक पर खूब निशाना साधा लेकिन जब उनसे देश के संविधान के लागू होने व अपनी पार्टी की स्थापना के बारे में पूछा गया तो उनके चेहरे की हवाइयां उड़ गईं।
फतेहाबाद विधानसभा से कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ रहे होतम सिंह निषाद से जब यह पूछा गया कि कांग्रेस पार्टी की स्थापना किसने की, तो उनके चेहरे की हवाइयां उड़ गईं। सवाल से पहले नेताजी अपने क्षेत्र की कई सारी समस्याएं वह मुद्दा उठा रहे थे, जिन्हें विधायक बनने के बाद में भी पूरी करेंगे, लेकिन जब उनसे उनकी पार्टी की स्थापना और देश में संविधान कब लागू हुआ, यह सवाल किया गया तो उनके चेहरे पर मुस्कान आ गई और सवाल का जवाब नहीं दे पाए।
रालोद के टिकट पर आगरा ग्रामीण विधानसभा से महेश कुमार जाटव से जब पूछा गया कि उत्तर प्रदेश में कितनी विधानसभा सीटें हैं और देश का संविधान कब लागू हुआ? तो विधायक पद के प्रत्याशी सही जवाब नहीं दे पाए।
ऐसा ही कुछ फतेहपुर सीकरी से निर्दलीय प्रत्याशी मेहनाज सीनू ने भी किया। जब उनसे देश के संविधान के बारे में पूछा गया तो वो भी घबरा गई और किसी भी तरह का जवाब नही दे सकी। अब यह बड़ा सवाल उठता है कि यही प्रत्याशी जीतने के बाद में जनता के बीच में पहुंचेंगे जिन्हें यह बेसिक जानकारी ही नहीं पता। आखिर ऐसे जनप्रतिनिधि अपनी विधानसभा में किस तरह से विकास करवा पाएंगे।