आगरा। वर्ल्ड वेटलैंड डे के अवसर पर एटम में आयोजित बर्ड फेस्टिवल का उद्घाटन करने के लिए पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के मंत्री दारा सिंह आए हुए थे। मंच से उद्बोधन देते हुए मंत्री दारा सिंह ने कहा कि वेटलैंड डे पर बर्ड फेस्टिवल का आयोजन हर वर्ष किया जाता है। इसके माध्यम से यह संदेश दिया जाता है कि जीव जंतु और वेटलैंड को सुरक्षित रखने को सरकार प्रतिबद्ध हैं। इस जिम्मेदारी का निर्वहन करते हुए उत्तर प्रदेश सरकार वेटलैंड और प्रधानमंत्री जल संरक्षण के लिए काम कर रहे हैं। यही कारण है कि देश के 10 वेटलैंड साइट में से 6 वेटलैंड साइट उत्तर प्रदेश में है। उत्तर प्रदेश मे वन क्षेत्र 6.7 से बढ़कर 9 फीसद हो गया है जो सरकार की बड़ी उपलब्धि है, इतना जी नही जीव जंतु की सुरक्षा और फारेस्ट कवर बढाने को सरकार काम कर रही है।
मंत्री दारा सिंह ने बताया कि पर्यावरण सुरक्षा के लिए मोदी और योगी सरकार गंभीरता से काम कर रही है। सफाई के क्षेत्र में जहां पूरे देश में एक आंदोलन देखने को मिला तो वहीं वाटर कंजर्वेशन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रत्येक गांव और पंचायत में व्यक्तिगत पत्र भेजा है ताकि आम जन गिरते भूजल के प्रति चिंतित व जागरूक हो और इसके सुधार के लिए आवश्यक कदम उठाए। वहीं नमामि गंगे के रूप में एक अच्छी परियोजना सामने आई जिसके लागू होने के बाद बिजनौर से बलिया तक लगभग 27 जिलों में बहने वाली गंगा और सहायक नदियां साफ हो चुकी है और अविरल रूप से बह रही हैं। दूसरी तरफ योगी सरकार ने वन क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए पिछले वर्ष 22 करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य दिया था जोकि एक बहुत बड़ी उपलब्धि है।
मंत्री दारा सिंह ने कहा कि आज हम सभी को पक्षियों और जीव जंतु को लेकर जागरूक होना चाहिए। प्रवासी पक्षी के बारे में हमें जानना चाहिए। आगरा के ही कीठम में प्रतिवर्ष डेढ़ सौ से ज्यादा प्रवासी पक्षी आते हैं और एक पक्षी ही इस बात का प्रमाण देता है कि ये वेटलैंड अच्छा है या नहीं।
कीठम के विकास को लेकर उनका कहना था कि विभाग और सरकार कीठम के लिए हरसंभव प्रयास करेगी। बर्ड फेस्टिवल में आये पर्यावरण, वन एवंं जलवायु परिवर्तन मंत्री दारा सिंह ने कीठम के ईको सेंसिटिव जोन और जंगल को घटाने पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि क्षेत्र के विकास और लोगों की जरूरत को देखते हुए ऐसा किया गया होगा। उन्होंने कहा कि सरकार की सोच है कि सूर सरोवर पक्षी विहार को आगरा के पर्यटन से जोड़ते हुए यहां के लोगों को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराए जाए। यह तभी संभव है जब सूर सरोवर को पूरी तरह से टूरिज्म से जोड़ा जा सके।
उद्बोधन सत्र के बाद मंचासीन सभी अतिथियों ने पर्यावरण और पक्षी-जंतु की विलुप्त होती प्रजातियों की सुरक्षा पर आधारित पांच पुस्तकों का विमोचन किया। इसके बाद सम्मान समारोह का आयोजन हुआ जिसमें मंत्री दारा सिंह ने सूर सरोवर पक्षी विहार और कीठम को संवारने के लिए वन विभाग के अधिकारियों को सम्मानित किया। इसके अलावा पर्यावरण जागरूकता की दिशा में कदम उठाने वाले विभिन्न स्कूलों के बच्चों को भी प्रशस्ति पत्र देकर उनका उत्साहवर्धन किया गया।