आगरा। नेहरू जयंती के अवसर पर आगरा में एक स्कूल के कार्यक्रम में भाग लेने आ रहे नवजोत सिंह सिद्धू को लेकर बजरंग दल और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के बीच जमकर खींचतान हो रही है। नवजोत सिंह सिद्धू के कार्यक्रम के विरोध में जहां बजरंग दल ने खुलेआम मोर्चा खोल रखा है तो वहीं इस कार्यक्रम पर संकट के बादल मंडराने के कारण कांग्रेस एआईसीसी के सदस्य अमित सिंह ने बजरंग दल को लेकर विवादित टिप्पणी कर इस मामले को और बड़ा तूल दे दिया है।
बताते चलें कि दयालबाग स्थित प्रील्यूड पब्लिक स्कूल में 14 नवंबर को एक कार्यक्रम में भाग लेने के लिए नवजोत सिंह सिद्धू आगरा आ रहे थे जिसका बजरंग दल ने जमकर विरोध किया था। सिद्धू को लेकर बजरंग दल के संजय जाट ने धमकी भरा बयान जारी किया था जिसके बाद प्रील्यूड पब्लिक स्कूल यह कार्यक्रम रद्द कर दिया। हालांकि देर शाम एआईसीसी के सदस्य अमित सिंह ने सिद्धू के इस कार्यक्रम के शमशाबाद रोड स्थित जॉन मिल्टन पब्लिक स्कूल में होने की बात कही थी। कार्यक्रम के स्थानांतरित होने की जानकारी मिलते ही मंगलवार सुबह संजय जाट और गोविंद पाराशर के नेतृत्व बजरंग दल के तमाम कार्यकर्ता कलेक्ट्री पहुंच गए और जिलाधिकारी को ज्ञापन देकर सिद्धू के कार्यक्रम की रद्द करवाने की मांग की।
बजरंग दल के पदाधिकारियों का कहना था कि नवजोत सिंह सिद्धू ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के शपथ ग्रहण में जाकर अच्छा नहीं किया और वे देशद्रोही हैं। इतना ही नहीं शाम होते ही बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने सेंट जोन्स चौराहे को पूरी तरह से जाम कर दिया जिससे एमजी रोड पर लंबा जाम लग गया। जाम लगने की सूचना मिलते ही एएसपी अभिषेक सिंह मौके पर पहुंचे और प्रशासन से सिद्धू के कार्यक्रम की अनुमति ना मिलने की बात समझाते हुए कार्यकर्ताओं को मनाया और जाम खुलवाया।
एडीएम सिटी के पी सिंह से जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि प्रशासन की ओर से ऐसे किसी भी कार्यक्रम की कोई अनुमति नहीं दी गई है। कार्यक्रम में किसी भी बवाल जो दुर्घटना की आशंका के चलते और बच्चों की सुरक्षा के मद्देनजर यह निर्णय लिया गया है। फिर भी अगर कार्यक्रम होता है और कार्यक्रम में कोई बवाल हुआ तो यह आयोजकों की ही जिम्मेदारी होगी।
बजरंग दल के विरोध प्रदर्शन और प्रशासन से अनुमति ना मिलने के बाद जब एआईसीसी के सदस्य अमित सिंह से इस मामले को लेकर सवाल किया तो उन्होंने बजरंग दल पर विवादित टिप्पणी करते हुए उसे बंदर दल और कुत्ता दल तक कह डाला। अमित सिंह का कहना था कि उनकी नजर में अगर बुलावे पर नवजोत सिंह सिद्धू पाकिस्तान जाने के बाद देशद्रोही हो सकते हैं तो बिन बुलावे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पाकिस्तान जाने पर वह क्या कहलाएंगे।
बहरहाल आरोप और प्रत्यारोप के बीच जहां एक तरफ नवजोत सिंह सिद्धू को लेकर राजनीति गरमाने लगी है तो वहीं प्रशासन से अनुमति न मिलने के बाद 14 नवंबर को होने वाले कार्यक्रम पर संशय के बादल मंडरा रहे हैं।