आगरा। थाना जगदीशपुरा के मालखाना से हुई 25 लाख रुपये चोरी के मामले में पुलिस ने बीते मंगलवार को आरोपी अरुण को गिरफ्तार किया था जिसके पास से चोरी किया हुआ कुछ पैसा बरामद हुआ जबकि बाकी पैसे की रिकवरी के लिए पुलिस हिरासत में लेकर उससे लगातार पूछताछ कर रही थी और बताए जगह पर छापा मार रही थी कि इसी बीच आरोपी की तबीयत बिगड़ी। इलाज के लिए अस्पताल ले जाते वक्त आरोपी की मौत हो गई जिससे मृतक के परिजनों में हाहाकार मच गया। परिजनों ने पुलिस कार्रवाई को लेकर सवाल उठाते हुए गंभीर आरोप लगाए हैं।
बताते चलें कि 17 अक्टूबर को थाना जगदीशपुरा के माल खाना से लगभग 25 लाख रुपए और कुछ सामान चोरी हुआ था। इस मामले में आगरा पुलिस की किरकिरी हुई थी। इसके बाद एडीजी के आदेश पर थाना जगदीशपुरा में मुकदमा कायम हुआ तो वहीँ थाना इंचार्ज सहित पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया था। इस घटना के खुलासे की जांच में जुटी पुलिस को सफाई कर्मचारी पर शक था जिसकी दबिश के लिए पुलिस चारों और घूम रही थी। मंगलवार को पुलिस ने सफाई कर्मचारी अरुण को गिरफ्तार कर लिया।
आगरा एसएसपी मुनिराज जी ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी अरुण से पूछताछ में उसने कबूल किया था कि यह चोरी उसी ने की है। उसके पास से चोरी के लगभग 15 लाख रुपए बरामद हुए थे। बाकी पैसे की बरामदगी के लिए पुलिस उसे साथ लेकर घर ले जा रही थी। इसी बीच आरोपी की तबीयत बिगड़ गई। एसएसपी के मुताबिक पुलिस और आरोपी के परिजन इलाज के लिए अस्पताल ले जा रहे थे लेकिन आरोपी ने रास्ते में दम तोड़ दिया।
आगरा एसएसपी ने बताया कि मृतक के शव का पंचनामा भर उसे पोस्टमार्टम गृह के लिए भेजा जा रहा है। वहीं मृतक के परिजनों ने पुलिस कार्रवाई पर सवाल खड़े किए हैं और एक शिकायती पत्र दिया है। एसएसपी ने कहा कि इस तहरीर के आधार पर जांच की जाएगी। वहीं एहतियातन तौर पर थाना जगदीशपुरा को छावनी में तब्दील कर दिया गया है, भारी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात है।