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शपथ ग्रहण समारोह 15 मार्च को होने की संभावना, आगरा में किसकी झोली में आएगा मंत्री पद, जानें

by admin
Swearing-in ceremony is likely to be held on March 15, whose ministerial position will come in Agra, know

आगरा। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में 10 मार्च को आए नतीजे में भाजपा लगभग दो तिहाई बहुमत से जीतकर लगातार दूसरी बार सत्ता पर काबिज हो गई है। इस जीत के साथ ही योगी आदित्यनाथ के मंत्रिमंडल में नए मंत्रियों के चेहरे को लेकर भी तमाम कयास शुरू हो चुके हैं। जानकारी आ रही है कि 15 मार्च को योगी आदित्यनाथ का शपथ ग्रहण समारोह हो सकता है। वहीं दूसरी ओर आगरा की जनता की नजर इस पर भी लगी है कि आगरा में सभी 9 सीटों पर एक बार फिर इतिहास रचने के बाद अब किस चेहरों को योगी के मंत्रिमंडल में जगह मिलेगी।

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने आगरा में क्लीन स्वीप किया है। उत्तर प्रदेश में भाजपा की बड़ी जीत के साथ ही आगरा ने भी भाजपा को तोहफा दिया है। अब सबकी नजर इस तरफ है कि आगरा में किस विधायक की झोली में मंत्री पद आएगा। सभी विधायकों के साथ जनता अपने अलग-अलग कयास लगा रही है। भाजपा की खेप में कई दिग्गज मंत्री पद की दौड़ में हैं, जिस पर पार्टी की ओर से अंतिम मोहर लग सकती है।

गत मंत्रीमंडल में आगरा के दो विधायक मंत्री बनाए गए थे, जबकि विस्तार में एक एमएलसी धर्मवीर प्रजापति को भी जिम्मेदारी मिली थी। भाजपा ने वर्ष 2017 में जीते आगरा कैंट विधायक डा. जीएस धर्मेश को मंत्री बनाया था, जबकि फतेहपुर सीकरी से विधायक चुने गए चौधरी उदयभान सिंह को भी मंत्री मंडल में स्थान मिला था। राज्यमंत्री चौधरी उदयभान की जगह तो फतेहपुर सीकरी से चौधरी बाबूलाल को मैदान में उतार था, उन्होंने जीत दर्ज की है।

दूसरी ओर पूर्व मंत्री एवं पूर्व सांसद चौधरी बाबूलाल मंत्री पद की दौड़ में शामिल हैं। इससे पहले भाजपा के विधायक चौधरी उदयभान सिंह राज्य मंत्री हैं। अब भाजपा जाट वोटरों को लुभाने के लिए आगरा में चौधरी बाबूलाल को मंत्री पद दे सकती है। बता दें कि चौधरी बाबूलाल धाकड़ नेता माने जाते हैं।

वहीं पूर्व राज्यपाल और पार्टी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बेबीरानी मौर्य भी कतार में हैं। वे ग्रामीण विधासभा क्षेत्र से भारी मतों से जीती हैं। उनको बड़ी जिम्मेदारी मिलने की कयास भी लगाए जा रहे हैं। ऐसा माना जा रहा है कि भारतीय जनता पार्टी उन्हें प्रदेश स्तर का बड़ा पद दे सकती है।

मंत्री पद की सबसे बड़ी दौड़ में दक्षिण से लगातार तीसरी बार विधायक बने योगेंद्र उपाध्याय नजर आ रहे हैं। योगेंद्र उपाध्याय विधानसभा में विधायकों के मुख्य सचेतक हैं, इससे उनका कद मंत्रिमंडल की दौड़ में सबसे आगे है।

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