Agra. अवैध रूप से अंधाधुंध भूजल दोहन कर रहे आरओ वॉटर प्लांट पर पहली बार शिकंजा कसा गया है। मुख्य विकास अधिकारी के आदेश पर पहली बार अवैध रुप से संचालित आरओ प्लांट पर भूगर्भ जल टास्क फोर्स ने कार्यवाही की है। इस कार्यवाही के दौरान छह आरओ प्लांट सील किए गए। इतना ही नहीं आरओ प्लांट के संचालकों को नोटिस जारी किए जा रहे हैं। इन लोगों पर अवैध रूप से भूगर्भ जल दोहन के लिए लगभग 12 से 30 लाख रुपये का जुर्माना लग सकता है। दोबारा प्लांट चालू करने पर टास्क फोर्स मुकदमा दर्ज कराएगी।
प्रतिदिन होता है लाखों लीटर भूजल का दोहन:-
शहर में 1500 से अधिक आरओ प्लांट हैं। किसी के पास एनओसी नहीं है। बिना पंजीकरण व मानकों को ताक पर रखकर बड़े पैमाने पर रोज लाखों लीटर भूजल का दोहन हो रहा है। जिसके विरुद्ध जिला स्तरीय टास्क फोर्स ने कार्रवाई को अंजाम दिया है। सहायक भू-भौतिकविद नम्रता जायसवाल और सहायक अभियंता लघु सिंचाई मंगल सिंह के नेतृत्व में टीम ने जीवनी मंडी, बल्केश्वर व रामबाग में आरओ प्लांट्स का निरीक्षण किया।इस दौरान प्लांट संचालक एनओसी, पंजीकरण व अन्य प्रपत्र नहीं दिखा सके। जिसके बाद बिक्री पर रोक लगाते हुए प्लांट सील कर दिए गए हैं।
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प्रत्येक प्लांट पर 2 से 5 लाख रुपये तक जुर्माना लगेगा:-
भूगर्भ जल अधिकारी नम्रता जायसवाल ने बताया कि अवैध दोहन के मामले में नोटिस जारी किए जा रहे हैं। प्रत्येक प्लांट पर 2 से 5 लाख रुपये तक जुर्माना लगेगा। अगर प्लांट दोबारा खुले तो संचालकों के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि अवैध भूजल दोहन, बोरिंग करने पर पांच साल तक की सजा का प्रावधान है।
आरओ प्लांट से प्रतिदिन 40 प्रतिशत भूजल की बर्बादी:-
लघु सिंचाई विभाग के सहायक अभियंता मंगल सिंह ने बताया कि आरओ प्लांट में दोहित भूजल का 60 प्रतिशत शोधित होता है। बाकी 40 प्रतिशत पानी नालियों में बहकर बर्बाद होता है। प्लांट के लिए वॉटर रिचार्जिंग सिस्टम, फ्लो मीटर, पैजो मीटर, पंजीकरण व एनओसी अनिवार्य है। जिले में सभी तरह की बोरिंग पर प्रतिबंध है। बिना पंजीकरण कोई बोरिंग नहीं करा सकता। बोरिंग खुदाई करने वाली फर्मों को भी पंजीकरण कराना अनिवार्य है।
![Strict action on RO plant running without NOC in Agra, 6 plant sealed, campaign will continue](https://moonbreaking.com/wp-content/uploads/2021/09/IMG-20210924-WA0008-1024x576.jpg)
सीडीओ ने लिया है संज्ञान:-
अवैध रूप से संचालित आरो प्लांट के माध्यम से भूगर्भ जल का दोहन भारी मात्रा में हो रहा है, जिसकी शिकायत वीडियो को कई बार मिली थी मुख्य विकास अधिकारी ने इसे गंभीरता से लिया और संबंधित विभाग की टास्क फोर्स गठित कर अवैध रूप से संचालित आरो प्लांट पर कार्रवाई के निर्देश दिए थे।
ये प्लांट हुए सील
लकी इंटरप्राइजेज, जीवनी मंडी
बालाजी प्योर ड्रिकिंग वॉटर एंड चिलर, जीवनी मंडी
जमनादास आरओ प्लांट, जीवनी मंडी
अनिल कुमार आरओ प्लांट, राजीव नगर बल्केश्वर एक्वा कूल, अनुराग नगर, बल्केश्वर, विनीत कुमार मदान बेबरेजर्स, रामबाग