आगरा। संभागीय परिवहन विभाग कार्यालय में उस समय हड़कंप मच गया जब प्रशासनिक अधिकारियों ने अपने दलबल के साथ छापामार कार्यवाही को अंजाम दिया। अचानक से प्रशासनिक अधिकारियों को आरटीओ आफिस में देखकर अधिकारियों और दलालों में अफरा तफरी मच गई। दलाल इधर उधर भाग रहे थे तो इस बीच विभाग का निरीक्षण करते हुए प्रशासनिक अधिकारियों ने एक युवक को पकड़ लिया जो स्मार्ट चिप संस्था में बिना परिचय पत्र के कार्य कर रहा था। अधिकारियों ने उसे गिरफ्तार कर हरिपर्वत थाने भेज दिया।
बताते चले कि आगरा के आरटीओ विभाग सुविधा शुल्क लेने के लिए शुरू से बदनाम है। तमाम व्यवस्थाएं बदल गईं, ड्राइविंग लाइसेंस लखनऊ से बनकर आने लगे, उसके बाद भी अवैध कमाई पर अंकुश नहीं लग पाया। इस बीच प्रशासन को कई बार अवैध वसूली की शिकायतें भी मिली। इन शिकायतों को नवागत जिलाधकारी पी.एन सिंह ने गंभीरता से लिया और अपने तल्ख तेवर दिखाते हुए अधिनिस्थों को छापामार कार्यवाही के निर्देश दिये। जिलाधकारी से निर्देश मिलते ही दोपहर बाद एडीएम सिटी प्रभाकांत अवस्थी और एसीएम सेकंड बी.के गुप्ता दल-बल के साथ आरटीओ कार्यालय पहुंचे। दोनों को देखकर आरटीओ कार्यालय में भगदड़ मच गई। दलाल भाग निकले। आरटीओ परिसर देखते ही देखते खाली हो गया। कार्यालय के बाहर स्थित दुकानों पर भी ताले डाल दिए गए।
दोनों अधिकारियों ने लाइसेंस बनवाने के लिए आए लाइन में लगे लोगों से बातचीत की। एडीएम सिटी और एसीएम सेकंड ने एक-एक व्यक्ति से पूछताछ की। इस बीच एक व्यक्ति सामने आया जिसने कहा कि उससे लर्निंग लाइसेंस बनवाने और उसकी फीस के नाम पर 3500 रुपये लिए गए हैं।
अधिकारियों ने अन्य कमरों में भी जाकर जांच पड़ताल की। इस बीच लाइसेंस संबंधित तमाम प्रपत्रों के स्क्रूटनी का काम देख रही समार्ट चिप संस्था के लोगों से भी पूछताछ कि तो बिना परिचय पत्र के कार्य कर रहे एक बाहरी युवक को गिरफ्तार किया गया जिसे अधिकारियों ने हरिपर्वत थाने भेज दिया। वहीं स्मार्ट चिप संस्था के सुपरवाइजर उमेश से भी पूछताछ की।
एडीएम सिटी प्रभाकांत अवस्थी का कहना था कि काफी समय से ड्राइविंग लाइसेंस की फीस के नाम पर अतिरिक्त सुविधा शुल्क मांगे जाने की शिकायत आ रही थी जिन्हें गंभीरता से लेते हुए इस कार्यवाही को अंजाम दिया गया है। एक युवक पकड़ा है, पूछताछ जारी है।
आरटीओ अधिकारियों का कहना है कि प्रशासनिक अधिकारियों ने छापामार कार्यवाही की है जिन्हें कुछ शिकायत मिल रही थी। जिस युवक को पकड़ा गया है वो स्मार्ट चिप संस्था से जुड़ा बताया जा रहा है लेकिन उसके पास परिचय पत्र नही मिला है जो गंभीर मामला है।