आगरा। पुराने ट्रकों के इंजन और चेसिस नंबर बदलकर फाइनेंस लेने के बाद उसे बेचने वाले अंतरराज्यीय गिरोह के दो सदस्यों को एसटीएफ पुलिस ने आगरा पुलिस की मदद से गिरफ्तार कर लिया है। दरअसल एसटीएफ यूनिट आगरा को कई दिनों से सूचना मिल रही थी कि आगरा और अन्य प्रदेशों में एक ऐसा नेटवर्क का संचालन किया जा रहा है। जो कंडम ट्रकों के इंजन नंबर और चेसिस नंबर बदलकर फाइनेंस कंपनियों से फाइनेंस उठाते है। इस सूचना को पुख्ता मांगते हुए एसटीएफ आगरा यूनिट में आगरा पुलिस की मदद से छापेमार कार्यवाही की।
आगरा एसपी सिटी विकास कुमार ने बताया कि पुलिस की इस छापेमार कार्यवाही में गौतम सिंह और राघवेंद्र सिंह नाम के दो व्यक्तियों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया। पूछताछ के लिए हिरासत में आए दोनों युवकों ने अपना जुर्म कबूल लिया है। इन युवकों के पास से सात ट्रकों को भी बरामद किया गया है।
सीओ एसटीएफ दीपक कुमार का कहना है कि पूछताछ के दौरान इन युवकों से कई अहम सुराग हाथ लगे हैं। यह भी जानकारी में आया है कि यह अंतरराज्यीय गिरोह वर्ष 1990 से इस तरीके का घोटाला कर रहा था। इस प्रकरण में कई अन्य लोगों से भी पूछताछ की जा रही है तो वहीं इस गैंग के कई सदस्य फरार है। जिनकी गिरफ्तारी के लिए एसटीएफ की कई टीमें लगाई गई हैं।
एसटीएफ आगरा यूनिट आगरा पुलिस की मदद से ज्वाइंट ऑपरेशन चला रही है और दावा किया जा रहा है कि ट्रकों के इंजन और चेसिस नंबर बदलकर फाइनेंस कंपनी से फाइनेंस उठाने वाले अंतरराज्यीय गिरोह के फरार व्यक्तियों को जल्द हिरासत में ले लिया जाएगा।