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शिक्षक द्वारा नाबालिग छात्रा से गंदा काम करने की पेशकश मामले में राज्य महिला आयोग ने लिया संज्ञान, एसएसपी से मांगी रिपोर्ट

by admin
State Commission for Women took cognizance of teacher offering to do dirty work to minor girl, sought report from SSP

दयालबाग स्थित नामी शैक्षिक संस्थान के शिक्षक द्वारा नाबालिग छात्रा से गंदा काम करने की पेशकश करने के मामले में राज्य महिला आयोग, उत्तर प्रदेश ने गंभीरता से लेते हुए एसएसपी को नोटिस जारी कर पांच दिन में रिपोर्ट तलब करने के निर्देश जारी किए हैं। इस प्रकरण की शिकायत चाइल्ड राइट एक्टिविस्ट एवं महफूज़ संस्था के समन्वयक नरेश पारस ने की थी।

बताते चलें कि थाना न्यू आगरा क्षेत्र के अंतर्गत दयालबाग के नामी शैक्षिक संस्थान के एक शिक्षक और साथी छात्र के ख़िलाफ़ मुक़दमा दर्ज़ हुआ है। आरोप है कि साथी छात्र के माध्यम से शिक्षक ने न केवल 13 वर्ष की नाबालिग किशोरी को सेट कराने की बात रखी बल्कि उसके साथ हमबिस्तर होने का ऑफर दिया। जब छात्रा को पता चला तो उसने अपनी मां से कहा। मां एक विद्यालय में शिक्षिका हैं। जब उन्होंने नामी शैक्षिक संस्थान में शिक्षक की शिकायत की तो संस्थान के डायरेक्टर ने ही पीड़िता की मां को ही धमकाया गया था। छात्रा और उसके भाई को कॉलेज से निष्कासित कर दिया गया था।

पीड़िता ने इस संबंध में न्यू आगरा में शिकायत दर्ज कराई थी। थाना न्यू आगरा पुलिस ने दिनांक 6 जनवरी को धारा 294 में मुकदमा दर्ज कर लिया। इसमें पाॅक्सो एक्ट तथा अन्य धाराएं नहीं लगाईं। पीड़िता द्वारा तहरीर में दिए शिक्षण संस्थान के निदेशक एवं विद्यालय प्रिंसिपल का नाम हटा दिया था। इसके बाद पीड़िता की बेटी तथा उसकी सहपाठिनी को प्रेम विद्यालय से निष्कासित कर दिया। पीड़िता की मां प्रेम विद्यालय में अवैतनिक प्रवक्ता के पद पर वर्ष 2013 से कार्यरत हैं, उनको भी निलंबित कर दिया गया। 20 दिसंबर को उनके पुत्र को भी निलंबित कर दिया। इस संबंध में महिला थाना, वीमेन पाॅवर लाइन तथा तमाम जगह शिकायतें की लेकिन कहीं से न्याय नहीं मिला। पीड़िता के परिवार को पलायन करने की धमकी दी जा रही है। पीड़िता अवसाद में चली गई। उसका मनोचिकित्सक से ईलाज चल रहा है।

पीड़िता की मां ने चाइल्ड राइट्स एक्टिविस्ट एवं महफूज़ संस्था के समन्वयक नरेश पारस ने मदद मांगी थी। इस पर नरेश पारस ने राज्य महिला आयोग की सदस्य निर्मला दीक्षित से शिकायत की। उन्होंने प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए एसएसपी को पत्र जारी कर पांच दिन में रिपोर्ट तलब की है। रिपोर्ट के साथ ही पाॅक्सो तथा अन्य संबंधित धाराएं बढ़ाकर न्यायलय में आरोप पत्र दाखिल करने, पीड़िता तथा उसके भाई को काॅलेज में दाखिल कराने एवं मां को भी काॅलेज के प्रवक्ता पद पर बहाल कराने को कहा है। साथ ही पीड़ित छात्रा की काउंसलिंग कराने को भी कहा है।

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