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कुछ को है उम्मीद तो कुछ बोली – अब कभी नहीं रखूंगी करवाचौथ का व्रत, जाने क्यों

by admin
Some have hope and some say - now I will never keep the fast of Karvachauth, know why

आगरा। करवाचौथ का व्रत सुहागिन महिलाओं के लिए बेहद खास दिन होता है। महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए पूरे दिन व्रत रखती हैं और शाम को चंद्रमा को अर्घ्य देकर व्रत तोड़ा जाता है। मगर आगरा में कुछ महिलाएं ऐसी भी हैं जो पति के होते हुए भी व्रत नहीं रख रही हैं। आखिर ऐसी वजह क्या है, आइए आपको ले चलते हैं आगरा की पुलिस लाइन में।

यहां प्रत्येक रविवार को पति पत्नी के आपसी विवाद को निपटाने के लिए काउंसलिंग कराई जाती है। परिवार परामर्श केंद्र में आने वाली शिकायतों पर काउंसलर पति पत्नी के बीच विवाद खत्म करके दोबारा से गृहस्थी जोड़ने का प्रयास करते हैं। रविवार को जब हमारी टीम आगरा पुलिस लाइन पहुंची। वहां काउंसलिंग कराने आई एक विवाहिता पूजा ने गुस्से भरे लहजे में कहा कि उसका पति उसके साथ मारपीट करता है। कई बार अपने भाई के साथ मिलकर उसे जान से मारने की कोशिश की, उसके कपड़े और जेवर भी छीन लिए। वह चाहती है कि आज करवाचौथ के ही दिन उसका फैसला हो जाए और वह अपने पति से अलग हो जाए।

वहीं परिवार परामर्श केंद्र में कुछ महिलाएं ऐसी भी आई थी जिनकी आंखों में उम्मीद नजर आ रही थी। एक विवाहिता रंजना ने बताया कि वह बड़ी उम्मीद के साथ आज परामर्श केंद्र आई हैं। वह चाहती हैं कि उनका पति आज उन्हें अपने साथ ले जाए। हालांकि उन्होंने करवा चौथ का व्रत नहीं रखा लेकिन फिर भी वह अपने पति के साथ रहना चाहती हैं।

रंजना की तरह ऐसे ही कई विवाहिता महिलाएं थीं जो मन ही मन में यह उम्मीद लगाए हुएं थी कि शायद आज रिश्ता बन जाए तो करवाचौथ से शुरू होने वाला त्योहारों का सिलसिला भी परिवार के साथ मनाया जाए। परिवार परामर्श केंद्र में बैठे काउंसलर पति पत्नी के विवाद को निपटाने का भरसक प्रयास कर रहे थे।

रविवार को परिवार परामर्श केंद्र पुलिस लाइन में करवा चौथ के पावन पर्व पर 51 जोड़ों की फाइल लगाई गई थी। जिसमें ए बी सी और डी ग्रुपों में काउंसलर काउंसलिंग कर रहे थे। वहीं काउंसलर का भी यह प्रयास था कि आज ज्यादा से ज्यादा जोड़ों को मिलाने का प्रयास किया जाए ताकि वे करवा चौथ त्यौहार अच्छे से मना सके।

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