आगरा। देश की पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय इंदिरा गांधी की पुण्यतिथि को कांग्रेसियों ने बड़े ही श्रद्धा भाव के साथ मनाया। आगरा जिले और शहर में देश की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की पुण्यतिथि पर कई कार्यक्रम आयोजित किए गए।
पूर्व जिला अध्यक्ष दुष्यंत शर्मा की ओर से जयपुर हाउस स्थित कार्यालय पर और विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। स्व. इंदिरा गांधी को श्रद्धांजलि देने के लिए कार्यालय पर भारी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता पहुंचे। सभी ने इंदिरा गांधी के चित्र पर पुष्प अर्पित कर अपने श्रद्धा सुमन अर्पित किए और उसके बाद इंदिरा गांधी को लेकर अपने विचार रखें।
कांग्रेसियों का कहना था कि इंदिरा गांधी वह शख्स थीं जिन्होंने देश को सशक्त और आगे बढ़ाने के लिए अपनी जान तक दे दी। पूर्व जिला अध्यक्ष दुष्यंत शर्मा का कहना था कि देश हित में इंदिरा गांधी के बलिदान को कोई भी भुला नहीं सकता है। आज ही के दिन साल 1984 में देश की पहली महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या कर दी गई थी। फौलादी इरादों और निडर फैसलों वाली देश की पहली और एकमात्र महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को इस दिन सुबह सवेरे मौत के घाट उतार दिया था।
वरिष्ठ कांग्रेसी प्रताप सिंह बघेल ने बताया कि इंदिरा गांधी ने 1966 से 1977 के बीच लगातार तीन बार देश की बागडोर संभाली और उसके बाद 1980 में दोबारा इस पद पर पहुंचीं। 31 अक्टूबर 1984 को पद पर रहते हुए ही उनकी हत्या कर दी गई।
शहर कांग्रेस कार्यालय पर भी स्वर्गीय इंदिरा गांधी की पुण्यतिथि को बड़ी श्रद्धा भाव के साथ मनाया गया। शहर कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता अपने नेता को श्रद्धा सुमन अर्पित करने के लिए भारी संख्या पर पार्टी कार्यालय पहुंचे थे। सभी ने उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किए और उनके बताए रास्ते पर चलने का संकल्प लिया।
शहर अध्यक्ष अबरार हुसैन का कहना था कि स्वर्गीय इंदिरा गांधी देश की वह प्रधानमंत्री थी जो शुरू से ही निडर स्वभाव की थी। उन्होंने कभी भी देश को झुकने नहीं दिया और खुद भी अपने विरोधियों के आगे नहीं झुकी। यहां तक कि देश की खातिर उन्होंने अपनी जान तक गंवा दी। आज उनकी शहादत को उनके जज्बे को हर कोई सलाम करता है।
देश की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को श्रद्धांजलि देने के साथ-साथ कांग्रेसियों ने वर्तमान सरकार पर अपनी तीखी प्रतिक्रियाएं व्यक्त की। वरिष्ठ कांग्रेसी बच्चू सिंह का कहना था कि आज देश नाजुक दौर से गुजर रहा है। लोगों में आपसी सद्भावना खत्म हो रही है जो एक अच्छा संकेत नहीं है।