- कर्मयोगी एनक्लेव बनी है अवधपुरी, श्रीराम की पावन कथा का श्रद्धालु कर रहे रसपान
- श्री राम कथा प्रसंग के द्वितीय दिवस हुआ सती प्रसंग संग शिव पार्वती विवाह का बखान
आगरा। सती बिधात्री इंदिरा देखीं अमित अनूप। जेहिं जेहिं बेष अजादि सुर तेहि तेहि तन अनुरूप।। पति की आस्था पर संशय जैसे ही सती ने किया वैसे ही महादेव से विरह के दिन आरंभ हो गए। सती ने बुद्धि से कार्य कर अपने पति के आराध्य श्री राम की परीक्षा ली तो वहीं अपने अगले जन्म में पार्वती रूप में निष्काम भक्ति से प्रेम की प्राप्ति की। कर्मयोगेश्वर मंदिर, कर्मयोगी एनक्लेव, कमला नगर में चल रही श्री राम कथा के द्वितीय दिवस कथा व्यास भरत उपाध्याय ने इन्हीं वचनों के साथ सती प्रसंग एवं शिव पार्वती विवाह का वर्णन किया।
अयोध्या धाम में श्री राम लला प्राण प्रतिष्ठा के उपलक्ष्य में कर्मयोगी एनक्लेव, सोसायटी के संयोजन में सीताराम परिवार द्वारा कर्मयोगेश्वर मंदिर, कर्मयोगी, कमला नगर में श्री राम कथा की अमृत वर्षा हो रही है। पूरा कर्मयोगी एनक्लेव अवधपुरी की भांति दुल्हन सा सजा हुआ है। यहां राम ब्लॉक परिसर को विशेष रूप से सजाया गया है। मुख्य यजमान जीतू और रिचा अग्रवाल ने द्वितीय दिवस कथा प्रसंग से पूर्व श्रीराम चरित मानस जी का विधिवत पूजन लंगड़े की चौकी हनुमान मंदिर के महंत गोपी गुरु के सानिध्य में किया। भक्ति भाव संग आदर्श नारी शिक्षा के ज्ञान संग भजनों का आनंद उपस्थित श्रद्धालुओं ने लिया।
पार्षद कंचन बंसल, पार्षद पूजा बंसल, गिर्राज बंसल, मंदिर सचिव ओम प्रकाश, दीपक ढल, धीरज अग्रवाल, शिवानी अग्रवाल, संजय गुप्ता, डीसी अग्रवाल, श्याम सुंदर अग्रवाल, अशोक कुमार, विजय रोहतगी, प्रभात रोहतगी, नीरज अग्रवाल आदि उपस्थित रहे।