Agra. दो दिवसीय आगरा दौरे पर आए सूबे के उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा से आरटीआई एक्टिविस्ट नरेश पारस ने मुलाकात कर पारस हॉस्पिटल के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। इस दौरान नरेश पारस ने ज्ञापन सौंपा और लुटेरे अस्पतालों पर अंकुश लगाने के साथ साथ पारस हॉस्पिटल में हुई मौतों व ऑक्सीजन वितरण का ऑडिट कराने की मांग की। उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने इस मामले में जांच चलने और जांच रिपोर्ट आने के बाद उचित कार्रवाई किए जाने की बात कही। नरेश पारस ने कहा कि ‘उप मुख्यमंत्री के इस जवाब से ऐसा लगा कि जैसे पारस हॉस्पिटल को अभय दान दिया जा रहा है।’
शुक्रवार को आरटीआई एक्टिविस्ट नरेश पारस ने सर्किट हाउस में उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा से मुलाकात की। मुलाकात के दौरान उन्होंने श्री पारस हॉस्पिटल के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर ज्ञापन दिया। ज्ञापन के माध्यम से नरेश पारस ने उप मुख्यमंत्री से मांग की है कि श्री पारस हॉस्पिटल के चिकित्सक डॉ अरिंजय जैन ने खूब वायरल हुई वीडियो में स्वीकार किया है कि उन्होंने ऑक्सीजन की किल्लत के चलते मॉकड्रिल कर 22 मरीजों की छंटनी कर दी। इस बयान को जांच टीम ने अपनी रिपोर्ट में शामिल नहीं किया है और ना ही इस पर सवाल जवाब किए हैं।

श्री पारस अस्पताल प्रकरण पर उप-मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने कहा कि जिलाधिकारी द्वारा अभी सतही जांच रिपोर्ट जारी की गई है। मामले की पूरी जांच अभी बाकी है। अस्पताल का लाइसेंस निलबिंत हो चुका है और एफआईआर दर्ज की गई है। आगे भी कठोर कार्रवाई होगी। इस दौरान पूरी जांच कब तक होगी इस सवाल पर उप-मुख्यमंत्री ने कहा इसका जवाब जिलाधिकारी देंगे। उप-मुख्यमंत्री ने कहा कि मनमानी वसूली करने वाले कोविड अस्पतालों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई के आदेश दिए हैं।
उप मुख्यमंत्री का यह बयान आरटीआई एक्टिविस्ट नरेश पारस के भी गले नहीं उतरा। उनका कहना था कि एक कुशल राजनेता किसी को बचाने के लिए जो जवाब देता है वैसा ही जवाब उपमुख्यमंत्री से उन्हें मिला है। फिलहाल श्री पारस हॉस्पिटल के निदेशक डॉ अरिंजय जैन की पहुंच और रसूख के आगे मृतक के परिजनों का दर्द और उनके आंसू किसी को दिखाई नहीं दे रहे हैं।