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सोना लूटने से पहले 15 बार की थी रेकी, मणप्पुरम कंपनी में लूट करने वाले दो और बदमाश गिरफ़्तार

by admin
Reiki was done 15 times before robbing gold, two more miscreants arrested in Manappuram company

Agra. कमला नगर में मणप्पुरम गोल्ड लोन कंपनी की शाखा में हुई लूट की वारदात में आगरा पुलिस को एक ओर बड़ी सफलता हाथ लगी है। आगरा पुलिस ने इस वारदात में शामिल दो और बदमाशों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार बदमाशों में एक वारदात में शामिल था तो दूसरे ने बदमाशों की मदद की थी। पुलिस ने बदमाशों से 967 ग्राम सोने के जेवरात और 2.90 लाख रुपये बरामद किये हैं लेकिन इस लूट का सरगना नरेंद्र उर्फ लाला और उसका एक साथी अब तक पुलिस की गिरफ्त से दूर है। आईजी नवीन अरोरा ने प्रेसवार्ता कर पूरा खुलासा किया।

17 जुलाई को कमलानगर के सेंट्रल बैंक रोड पर स्थित मणप्पुरम गोल्ड गोल्ड लोन कंपनी की शाखा में हथियारबंद बदमाश डकैती की वारदात को अंजाम देकर फरार हो गए थे। बदमाश 16 किलो से अधिक का सोना और नगदी लूटकर ले गए थे। इस घटना के बाद ऐक्टिव हुई पुलिस ने वारदात के दो घंटे बाद ही दो बदमाशों तक पहुँच गयी थी और मुठभेड़ में दोनों बदमाश मनीष पांडेय और निर्दोष ढेर हो गए थे।

पुलिस की दबिश और एनकाउंटर से घबराकर वारदात में शामिल प्रभात शर्मा ने थाने आकर समर्पण किया था। चौथे बदमाश संतोष जाटव को पुलिस ने मुठभेड़ में घायल होने के बाद गिरफ्तार किया था। गैंग का सरगना फिरोजाबाद का हिस्ट्रीशीटर नरेंद्र उर्फ लाला अभी फरार है। उस पर एक लाख रुपये का इनाम है। गैंग में शामिल अन्य बदमाशों पर 25-25 हजार रुपये का इनाम घोषित था।

आईजी नवीन अरोरा ने बताया कि वारदात में शामिल फीरोजाबाद के सुहाग नगर निवासी अंशुल सोलंकी और रेकी करने वाला अंशू यादव उर्फ ध्रुव मंगलवार को पकड़े गए। अंशुल के जीजा संजय को भी गिरफ्तार किया गया है। संजय मूलरूप से मैनपुरी का रहने वाला है। वह फिरोजाबाद में बगीची में रह रहा है। अंशू यादव गैंग के सरगना नरेंद्र का करीबी है। वह नोएडा से लेकर आगरा की गोल्ड लोन कंपनी की रेकी कर चुका है। घटना से पहले उसके पैर में फ्रैक्चर हो गया था। इसलिए वह वारदात में शामिल नहीं हुआ था। मगर उसे भी नरेंद्र ने हिस्सा दिया था। आईजी नवीन अरोरा ने बताया कि अंशुल सोलंकी डकैती में शामिल रहा। वह अपने हिस्से का सोना लेकर जीजा संजय के साथ मैनपुरी चला गया था। संजय ने अपराधियों की मदद की थी, इसलिए उसे भी गिरफ्तार किया गया है।

गोल्ड लोन कंपनी की 15 बार की थी रेकी:-

आईजी नवीन अरोरा ने बताया कि पुलिस की पूछताछ में अंशुल सोलंकी ने बताया कि गैंग ने कमला नगर स्थित गोल्ड लोन शाखा की 15 बार रेकी की थी। इससे पहले वो भगवान टॉकीज स्थित गोल्ड लोन शाखा की रेकी कर चुके थे। मगर इस शाखा की बिल्डिंग में रेस्टोरेंट था। यहां लोगों का आना-जाना लगा हुआ था। इस कारण यहां पर लूट की योजना रद्द कर दी। नोएडा की शाखा में रेकी करके आए थे। वहां सुरक्षा थी। भागने वाले रास्ते पर भीड़भाड़ होने की वजह से इरादा बदल दिया।

अंगूठी गिरवी रखने के बहाने घुसे शाखा में-

आरोपी अंशुल सोलंकी ने बताया कि कमला नगर में घटना वाले दिन अंगूठी गिरवी रखकर लोन लेने के बहाने घुसे थे। संतोष और मनीष सोने की अंगूठी को गिरवी रखने की बात करने लगे। तभी उनका एक और साथी अंदर आया। इसके बाद एक गुट में दो और साथी अंदर पहुंचे थे। बाहर से दरवाजा बंद कर दिया था और फिर हथियार के बल पर लूट की वारदात को अंजाम दिया।

दो गुटों में भागे थे बदमाश –

आईजी नवीन अरोरा ने बताया कि लूट के बाद सभी बदमाश पैदल ही भागे थे और फिर पुलिस से बचने के लिए दो गुट में बंट गए। एक गुट में मनीष, प्रभात और निर्दोष थे जबकि दूसरे में नरेंद्र के साथ तीन लोग टूंडला पहुंचे थे। मनीष और निर्दोष कुमार मुठभेड़ में ढेर हो गए थे। नरेंद्र के घर पर पहुंचकर बाकी लोगों ने लूट का बंटवारा कर लिया था।

मदद करने वालो पर कसेगा शिकंजा:-

आईजी नवीन अरोरा ने बताया कि बदमाशों का साथ देने वाले भी मुकदमे में नामजद किए जाएंगे। इसके बाद उन्हें गिरफ्तार करके जेल भेजा जाएगा। अंशुल के जीजा पर कार्रवाई कर दी गई है। नरेंद्र का भाई अरुण भी घटना के समय आरोपियों के संपर्क में था। उसने घटना के बाद लूटी गई नकदी छिपा दी थी। संतोष जाटव और रेनू पंडित की पत्नी ने सोना छिपाया था। अब पुलिस मददगारों को भी आरोपी बनाएगी। उन्हें भी जेल भेजा जाएगा।

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