आगरा। कोरोना संक्रमण के मामले दिन प्रतिदिन बढते चले जा रहे है तो वहीं जिला प्रशासन से क्वारंटीन किये गए लोगों की व्यस्थाएं भी संभल नहीं रही है। स्वास्थ्य विभाग कोरोना संक्रमित लोगों के संपर्क में आये लोगों को क्वारंटीन कर जैसे भूल ही जाता है, इसलिए आये दिन क्वारंटीन सेंटरों से विरोध प्रदर्शन की खबरें आ रही है।
ताजा मामला यमुना पार स्थित जनहित और प्रेम हॉस्पिटल का है जहाँ लगभग 25 दिन से क्वारंटीन मरीज व तीमारदारों का आक्रोश फूट गया। सभी ने प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी कर घर न भेजने पर भूख हड़ताल पर जाने की चेतावनी दी है।
बताते चले कि कोरोना संक्रमण मामले में आगरा में पारस हॉस्पिटल प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के लिए सिरदर्द बना था लेकिन अब प्रशासन पारस हॉस्पिटल में भर्ती मरीज और उनके तीमारदारों के लिए मुसीबत बन गया है। इस हॉस्पिटल में भर्ती मरीज व उनके तीमारदारों को यहाँ पर क्वारंटीन किया गया है। क्वारंटीन हुए लगभग 23 दिन हो चुके हैं और सभी की एक बार रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद दोबारा जांच नहीं की गई है।
पीड़ित लोगों का कहना था कि पारस हॉस्पिटल में उन्हें 6 तारीख से क्वारंटीन किया गया था जिसके बाद 15 अप्रैल को उन्हें यमुना पार के जनहित और प्रेम हॉस्पिटल में क्वारंटीन किया गया है। सभी की जांच रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद प्रशासन आगे की कोई कार्यवाई नहीं कर रहा है। कई कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत हो चुकी है। बावजूद इसके उनके परिजनों को भी इस क्वारंटीन से घर नहीं जाने दिया गया।
क्वारंटीन हुए लोगों ने साफ कर दिया है कि अगर अब प्रशासन उन्हें घर जाने नही देगा तो वे सभी भूख हड़ताल पर बैठ जाएंगे।