आगरा। कोरोना महामारी की दूसरी लहर के बीच स्वास्थ्य प्रबंधन और कोविड हालातों की समीक्षा करने के लिए आगरा आए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एसएन मेडिकल कॉलेज की एसटीडीसी बिल्डिंग में आगरा जिले के समस्त जनप्रतिनिधियों और प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक ली। बैठक में जहां मुख्यमंत्री ने सभी जनप्रतिनिधियों से समस्याओं और सुझावों पर विचार विमर्श किया तो वहीं कोविड संक्रमण को प्रभावी रूप से रोकने के लिए प्रशासनिक अधिकारियों को उचित दिशा निर्देश दिए।
बैठक के दौरान समस्त जनप्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री से आगरा के निजी कोविड अस्पतालों में जीवन रक्षक दवाइयों की कालाबाजारी और मनमाने ढंग से वसूले जा रहे बिल की शिकायत की। अवगत कराया गया कि निजी कोविड अस्पताल जीवन रक्षक दवाइयों का एक-एक दिन का बिल लाखों रुपए का बना रहे हैं। निजी अस्पताल मरीजों के उपचार पर कम बल्कि आपदा को अवसर में बदलने पर ज्यादा ध्यान दे रहे हैं। ऐसे अस्पतालों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए।
महापौर नवीन जैन ने अपनी बात रखते हुए सीएम योगी से कहा कि आगरा में 18 वर्ष से ऊपर युवाओं का वैक्सीनेशन के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू हो चुका है लेकिन उन्हें वैक्सीनेशन कराने के लिए निश्चित डेट नहीं मिल रही है।
कालाबाजारी करने पर कड़ी कार्यवाई
इन समस्याओं को सुनने के बाद सीएम योगी ने प्रशासनिक अधिकारियों को निजी कोविड अस्पतालों के प्रति सख़्त रवैया अपनाने के कहा, साथ ही हिदायत दी कि यदि कोई जीवन रक्षक दवाइयों की कालाबाजारी करता है तो उसके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए। सीएम योगी ने साफ शब्दों में कहा कि तय रेट से ज्यादा दाम में किसी को भी दवाई बेचने का अधिकार नहीं है और बिल की भी समीक्षा की जाए।
प्रतिदिन हो 10 हज़ार सैंपल टेस्ट
बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने आगरा जिला अधिकारी पीएन सिंह से पूछा कि आगरा जिले में प्रतिदिन कितने कोरोना सैंपल की टेस्टिंग हो रही है। इस पर डीएम ने जवाब देते हुए बताया कि प्रतिदिन लगभग 4600 टेस्ट किए जा रहे हैं। इस पर सीएम योगी ने कहा कि टेस्ट की संख्या बढ़ाई जाए और प्रतिदिन लगभग 10,000 कोरोना सैंपल टेस्ट किए जाएं।
कंटेनमेंट जोन में आवाजाही प्रतिबंधित
सीएम योगी ने प्रशासनिक अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिन क्षेत्रों से कोरोना मरीज सबसे ज्यादा सामने आ रहे हैं, वहां पर कंटेनमेंट जोन बनाए जाएं और यह सुनिश्चित किया जाए कि वहां से किसी भी प्रकार की आवाजाही ना हो या लोग वहां से ना गुजरें।