आगरा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात कार्यक्रम के माध्यम से देशवासियों से कोरोना को लेकर वार्ता की। कोरोना के प्रति लोगों को जागरूक बनाने और लॉक डाउन का पालन करने की बात कहने के दौरान देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगरा के उस परिवार के मुखिया से भी बात की जिसे आगरा शहर में सबसे पहले कोरोना से संक्रमित पाया गया था। देश के पीएम ने परिवार के इस दिक्कत भरे सफर की जानकारी ली और जब सब सही है तो कैसा महसूस कर रहे है इसके बारे में भी पूछा।
रविवार को ‘मन की बात’ में पीएम मोदी ने ताजनगरी में फोन किया और देशभर की जनता के सामने कोरोना संक्रमण, उसके उपचार, अस्पताल में सुविधाओं की बात जानते हुए इस परिवार की हौंसला अफजाई भी की। साथ ही यह भी कहा कि आप अपने अनुभव को देशवासियों के साथ साझा करें कि घबराने की जरूरत नहीं है। बस, लॉकडाउन का पालन करते हुए जागरूक बने रहें।
रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के नागरिकों को मन की बात में संबोधित किया। इसी दौरान उन्होंने आगरा के उस परिवार के मुखिया 73 वर्षीय अशोक कपूर से बातचीत की जो कोरोना से संक्रमित पाया गया था। इस परिवार के मुखिया ने पीएम को बताया कि उनका परिवार संक्रमण के दायरे में कैसे आया। अशोक कपूर ने जानकारी दी कि उनके दो बेटों का परिवार और दिल्ली से दामाद का परिवार इटली शू फेयर में भाग लेने गए थे। बेटे जूते के कारोबारी हैं। जब ये लोग घूमकर लौटे तो दामाद को दिल्ली में संक्रमण की शिकायत हुई तो वे वहां अस्पताल में दिखाने पहुंचे। उनके टेस्ट में कोरोना की पुष्टि होने के बाद दिल्ली के अस्पताल से फोन आया कि आप लोग भी जांच कराइए। इस पर आगरा में जिला अस्पताल में हमारे परिवार के सदस्य जांच कराने पहुंचे। छह सदस्यों को कोरोना की पुष्टि हुई। अशोक कपूर व उनकी पत्नी, दोनों बेटे, एक बेटे की पत्नी व पौत्र। इसके बाद फैक्ट्री के मैनेजर और उनकी पत्नी को भी कोरोना की पुष्टि हुई। इस तरह सात लोग कोरोना संक्रमण का शिकार हुए।
बातचीत के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने अशोक कपूर से इलाज के बारे में जानकारी ली। अशोक कपूर ने बताया कि आगरा प्रशासन की ओर से हमें दो एंबुलेंस उपलब्ध कराई गईं। फ्री ऑफ कॉस्ट वो हमें आगरा से दिल्ली ले गईं। यहां से डॉक्टर भी गए। वहां सफदरजंग हॉस्पिटल में डॉक्टर हमें बाहर ही खड़े मिले। उन्होंने सभी को अलग-अलग कमरों में रखा। कमरे बहुत अच्छे थे। सभी सुविधाएं हमें दी गईं। खाना और दवाई लेकर स्टाफ कमरे में आता था। वे लोग ऐसे सूट पहने थे कि ये नहीं पता चलता था कि वे डॉक्टर हैं या नर्स। वहां 14 दिन रहने के बाद मेरे परिवार के सदस्य स्वस्थ होकर लौट आए हैं। इसके लिए ईश्वर आपका और चिकित्सकों का धन्यवाद है।
इस दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने अशोक कपूर के आत्मविश्वास सराहना की। पीएम ने कहा आप बहुत साहसी हैं तो अशोक कपूर ने बताया कि बहुत विषम परिस्थिति थी। मेरे पौत्र के आइसीआइसीआई बोर्ड के एग्जाम थे। उसी दौरान संक्रमण हुआ लेकिन हमने उसे परीक्षा देने से मना कर दिया कि पेपर बाद में देखेंगे, जान है तो जहान है।
अशोक कपूर ने पीएम मोदी का आभार जताते हुए कहा कि सर, मैं बहुत सौभाग्यशाली हूं कि आप से मेरी बात हुई। मैैं देश के लिए कुछ भी करने को तैयार हूं। मेरे लायक कुछ भी हो तो आप बताइए। इस पर पीएम ने कहा कि आप आगरा में सेवा कीजिए। भूखों को भोजन कराइए। नियमों का पालन कीजिए। अपने अनुभव से दूसरों को अवगत कराइए। इसके लिए सोशल मीडिया को चुनें, उस पर लोगों को जागरूक कीजिए। लोगों को समझाइए। इस पर अशोक कपूर ने कहा कि अस्पताल से लौटने के बाद उन्होंने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर साझा किया है और अपनी कॉलोनी के लोगों को भी अपील कर रहे हैं कि डरने की बात नहीं है। यदि किसी को संक्रमण का डर है तो वह टेस्ट कराए और इलाज मुमकिन है।