Mathura. एक ओर नवरात्रि का पावन पर्व चल रहा है। घर में कन्याओं को माता का स्वरूप मानकर पूजा अर्चना की जा रही है। वहीं दूसरी ओर कुछ लोग माता रूपी कन्या को त्यागने से परहेज तक नहीं कर रहे हैं। ऐसी ही एक घटना थाना गोवर्धन क्षेत्र के मानसी गंगा क्षेत्र से सामने आयी। जहां लगभग 2 वर्षीय बालिका को कोई मन्दिर में छोड कर चला गया। मन्दिर में दर्शन करने आये श्रद्धालुओं ने बालिका को थाना गोवर्धन भेज दिया। इसके बाद थाना गोवर्धन ने उक्त बालिका की सूचना चाइल्ड लाइन के टोल फ्री नम्बर 1098 पर दी। चाइल्ड लाइन सदस्य गुंजन सोनी मौके पर पहुंची और बालिका का स्वास्थ्य परीक्षण कराकर बाल कल्याण समिति की आदेश पर राजकीय बाल शिशु गृह मथुरा में आश्रय प्रदान कराया।
राजेश कुमार दीक्षित, अध्यक्ष बाल कल्याण समिति मथुरा ने बताया कि 3 माह तक बालिका के परिजनों का इंतज़ार किया जाएगा। इस समय सीमा में उसके लीगल गर्जियन नहीं आते हैं तो समिति बालिका को गोद देने के लिए मुक्त घोषित कर देगी।
नरेन्द्र परिहार कोऑर्डिनेटर चाइल्ड लाइन मथुरा ने बताया कि बालिका को इस प्रकार छोड़े जाने की ये पहली घटना नहीं है। मथुरा में ऐसी घटनाएं आये दिन सामने आती रहती है। बालिका के साथ एक बैग मिला है जिसमें बालिका के कपड़े है। अतः प्रथम दृष्टया यह लग रहा है कि माता पिता द्वारा बालिका को जानबूझकर मन्दिर में छोड़ा गया है। चाइल्ड लाइन द्वारा थाना गोवर्धन तथा अन्य माध्यमो से बालिका के परिजनों को ढूढ़ने का प्रयास किया जाएगा। जिससे बालिका को त्यागने का सही कारण पता चल सके। अगर उनके द्वारा जानबूझकर यह कृत्य किया गया है तो उनके विरुद्ध किशोर न्याय अधिनियम 2015 के तहत कार्यवाही कराना सुनिश्चित कराया जाएगा।