आगरा। नॉन ब्रांडेड चावल आटा पर जीएसटी लगाए जाने का विरोध। उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल ने खोला मोर्चा।
बता दें कि जून 28 एवं 29 को जीएसटी कमेटी की बैठक हुई थी। इसमें नॉन ब्रांडेड चावल आटा व खनन पर 5% टैक्स लगाने का निर्णय लिया गया था। उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल ने इसके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। गुरुवार को पदाधिकारियों ने स्टेट जीएसटी कार्यालय में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के नाम स्टेट जीएसटी विभाग के एडिशनल कमिशनर ग्रेड 2 कैलाश नारायन, जॉइंट कमिशनर केएन पाल, जॉइंट कमिशनर रवि शेखर एवं जॉइंट कमिशनर संजय कुशवाह को ज्ञापन दिया।
जिला इकाई जिलाध्यक्ष गिर्राज अग्रवाल ने अफसरों से कहा, हम समस्त गल्ला व्यापारी इस टैक्स को लगाने का घोर विरोध करते हैं। गल्ला व्यापार कोरोना संकट के बाद वैसे ही मरणावस्था मैं है। ऐसी अवस्था में टैक्स लगाने से व्यापारी पूरी तरह से चौपट हो जाएगा।
प्रदेश मंत्री राज कुमार गुरनानी ने कहा, इस टैक्स के लगने के बाद व्यापारी भुखमरी की हालत में पहुंच जाएगा। व्यापार मण्डल इस टैक्स को किसी भी रूप मे लागू नहीं होने देगा। हम इस लड़ाई को आखरी सांस तक लड़ेंगे। आम जनता की रोजी रोटी पर टैक्स लगाना न्याय संगत नहीं हैं।
उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल की जिला इकाई जिलाध्यक्ष गिर्राज अग्रवाल, प्रदेश मंत्री राज कुमार गुरनानी, मंडल अध्यक्ष निर्मल जैन, कोषाध्यक्ष डीसी मित्तल, युवा जिला अध्यक्ष सुनील जैन, युवा जिलामहामन्त्री योगेश रखबानी, जिला उपाध्यक्ष किशोर बुधरानी, मीडिया प्रभारी मेघराज दयलानी, जिलामंत्री सुलेमान भाई राजेंद्र सिंह आदि उपस्थित हुए।