Home » आटा—चावल को जीएसटी के दायरे में लाने का विरोध तेज, 16 को बंद की तैयारी

आटा—चावल को जीएसटी के दायरे में लाने का विरोध तेज, 16 को बंद की तैयारी

by admin
Opposition to bringing flour-rice under GST intensifies, preparations for bandh on 16

आगरा। आटा—चावल को जीएसटी के दायरे में लाने का विरोध तेज। आगरा में बंद को लेकर खाद्यान्न व्यापा​रियों की बैठक कल। उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल ने दिया ज्ञापन।

जीएसटी में पैकिंग की नई परिभाषा लाकर आटा चावल को पांच फीसदी टैक्स के दायरे में लाए जाने के निर्णय का विरोध तेज होता जा रहा है। इस मुद्दे पर 16 जुलाई को देशव्यापी बंद की तैयारी चल रही है। आगरा में भी खाद्यान्न व्यापारी सक्रिय हो गए हैं।

गुरुवार को निर्णय न होने के कारण शुक्रवार को शाम पांच बजे फिर बैठक बुलाई गई है। इसमें सभी से रायशुमारी होगी और उसके बाद महाराष्ट्र सहित अन्य राज्यों की एसोसिएशन के साथ जाने या तटस्थ रहने पर निर्णय लिया जाएगा।

दूसरी ओर उ.प्र. उद्योग व्यापार मंडल की आगरा जिला इकाई ने इस मसले पर वित्तमंत्री को संबोधित ज्ञापन एडीएम प्रोटोकॉल को सौंपा। आगरा द्वारा नॉन ब्रांडेड खाद्य सामग्री (आटा चावल आदि) पर लगाए गए 5 % जीएसटी के विरोध में एडीएम प्रोटोकॉल हिमांशु गौतम को वित्त मंत्री के नाम ज्ञापन दिया। मांग रखी कि पैकिंग के नाम पर लगाए गए टैक्स को वापस लिया जाए।

प्रदेश मंत्री राजकुमार गुरनानी ने बताया कि पूरे प्रदेश में गुरुवार को ज्ञापन दिए गए हैं। 16 जुलाई को आगरा में तहसील स्तर पर मंडियां बंद कराई जाएंगी। इस दौरान निर्मल जैन, दीपक शर्मा, डीसी मित्तल किशोर बुधवानी, मेघराज दियालानी, सुलेमान आदि रहे।

अगर आप हमारे न्यूज़ ब्रेकिंग के व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ना चाहते हैं तो इस लिंक पर क्लिक करके हमें सपोर्ट करें, धन्यवाद…

https://chat.whatsapp.com/Bd1V2ia1YGyCMbk8QApuWF

Related Articles

Leave a Comment