आगरा। कैलाश मंदिर के पास बने वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट से यमुना में भी गंगाजल छोड़ा जा रहा है। जिसके कारण कैलाश के पास प्रयागराज की तरह ही यमुना और गंगा की दो अलग अलग निर्मल धाराएं दिखाई देने लगी है जिसके कारण यह स्थल यमुना और गंगा का संगम स्थल बन चुका है। यह सुंदर दृश्य शहरवासियों को प्रयागराज का अहसास करा रही है। भाजपा विधायक योगेंद्र उपाध्याय ने गंगा यमुना के इस संगम स्थल पर पक्के घाट बनाए जाने के लिए सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ को एक प्रतिवेदन दिया है और इस स्थान पर धार्मिक पर्व पर स्नान की उचित व्यवस्था की जाने की मांग की है। जिससे स्थानों के धार्मिक पर्व पर जनता इस संगम स्थल पर स्नान करके धार्मिक पर्वो को मानकर प्रभु की आराधना कर सके।
अपने प्रतिवेदन के माध्यम से सूबे के मुखिया से वार्ता के दौरान भाजपा विधायक का कहना था कि कैलाश मंदिर आगरा के सुप्रसिद्ध शिव मंदिरों में से एक है। इसलिए इस स्थान को तीर्थ स्थल के रूप में विकसित किया जा सकता है। उनका कहना था कि कैलाश मंदिर के घाट का विस्तार कर वहां पर यमुना के तेज बहाव को रोकने के लिए कुंड और फब्बारे लगाकर महिला और पुरुष के लिये अलग अलग कई घाट का निर्माण किया जा सकता है। जिससे पर्व पर शहरवासी प्रयागराज न जाकर कैलाश घाट पर यमुना और गंगा के संगम में स्नान कर पुण्य लाभ कमा सके।
विधायक योगेंद्र उपाध्याय ने बताया कि सूबे के मुखिया सीएम योगी आदित्यनाथ ने उनके इस प्रतिवेदन पर विचार करने का आश्वासन दिया है।