आगरा। इलाहाबाद हाईकोर्ट के आदेश के बावजूद भी मछुआ समुदाय से जुड़े हुए सभी पर्यायवाची जातियों को अनुसूचित जाति में शामिल ना किए जाने और उन्हें अनुसूचित जाति का प्रमाण पत्र ना दिए जाने से नाराज निषाद समाज के लोगों ने प्रदेश सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय सिंह के आह्वान पर पूरे प्रदेश में रेल रोको आंदोलन चलाया जा रहा है। इसी आंदोलन के चलते फतेहाबाद में निषाद समाज के भारी संख्या में लोग रेलवे ट्रैक पर जा पहुंचे।
सुबह से ही समाज के लोगों ने फतेहाबाद रेलवे ट्रैक को अपने कब्जे में ले लिया। भारी संख्या में रेलवे ट्रैक पर लोगों के जमा होने से ट्रेनों का आवागमन अवरुद्ध हो गया और ट्रेनों के पहिये भी थम गए। भारी संख्या में ट्रैक पर लोगों के जमा होने की सूचना मिलते ही रेलवे अधिकारी, जीआरपी, आरपीएफ और क्षेत्रीय पुलिस के साथ प्रसाशनिक अधिकारी पहुँच गए। प्रशासन को देखकर समाज के लोगों ने जमकर नारेबाजी करना शुरु कर दिया।
कई घंटे तक रेलवे ट्रैक अवरुद्ध होने पर अधिकारियों ने निषाद समाज के लोगों को समझाबुझा कर शांत कराया और ट्रैक खाली करने की मांग की। समाज का नेतृत्व कर रहे निषाद पार्टी के पदाशिकारियों ने अपनी मांगो का ज्ञापन एसडीएम फतेहाबाद को दिया और रेलवे ट्रैक से अपना धरना ख़त्म किया।
निषाद पार्टी के नेताओं का कहना था कि हाई कोर्ट ने 29 मार्च 2017 को स्टे हटाकर अनुसूचित जाति के प्रमाण पत्र जारी करने के निर्देश दिए है लेकिन प्रदेश भर के तहसील में मछुआ समुदाय के पर्यावाची जातियों को अनुसूचित जाती के प्रमाण पत्र नहीं दिए जा रहे हैं जिससे नाराज समाज ने आंदोलन करने की रूप रेखा बनाई। लोगों ने साफ़ कहा है कि अगर सरकार ने अब भी उन्हें अनुसूचित जाति के प्रमाण पत्र जारी नहीं किये तो आगे और भी उग्र आंदोलन होगा।