आगरा। एत्मादपुर तहसील के बरहन में झोलाछाप की दवा से नवजात शिशु की मौत हो गई। मौत होते ही झोलाछाप डॉक्टर क्लीनिक बंद कर भाग खड़ा हुआ। हालांकि पुलिस से पीड़ित ने कोई शिकायत नहीं की है।
जानकारी के मुताबिक कस्बा बरहन के आंवलखेड़ा मार्ग स्थित एक झोलाछाप डॉक्टर क्लीनिक चलाता है। क्लीनिक पर जितेंद्र पुत्र अर्जुन सिंह निवासी चौगार थाना सहपऊ जिला हाथरस, थाना बरहन के गांव नगला बीरी स्थित कोमल सिंह के घर ससुराल आया हुआ था। जितेंद्र की शादी डेढ़ साल पूर्व हुई। उसके पास यह पहली पुत्री थी। ढाई माह की नवजात बेटी काजल की तबीयत खराब हो गई थी। आनन-फानन में परिजन उपचार के लिए बरहन आवल खेड़ा मार्ग स्थित झोलाछाप डॉक्टर के पास लेकर पहुंचे।
जितेंद्र के अनुसार झोलाछाप डॉक्टर ने पहले दवा पिलाई और भाप लगाई थी। उसके बाद डॉक्टर ने दो ड्राप घर पिलाने के लिए दिए थे। जितेंद्र ने दो ड्राप रास्ते में पिलाई जिससे बच्चे की नवजात शिशु की मौके पर ही मौत हो गई।
थानाध्यक्ष बरहन विनोद कुमार का कहना है कि अभी कोई तहरीर या सूचना पत्र नहीं प्राप्त हुआ है। तहरीर मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।
नवजात की मौत पर झोलाछाप डॉक्टर भाग खड़ा हुआ है। डॉक्टर को सूचना मिली कि रास्ते में ही नवजात शिशु ने दम तोड़ दिया है। पीड़ित जितेंद्र के मुताबिक डॉक्टर ने भाप लगाने के नाम पर 300 रुपए लिए थे। जितेंद्र का कहना है कि उसे पैसे का दुख नहीं है लेकिन बेटी की मौत असहनीय है।