आगरा। नवरात्र के पहले दिन चारों ओर धार्मिक वातावरण देखने को मिला। भक्त अपने घरों के साथ कॉलोनियों में माँ भगवती की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा कर रहे थे। ढोल नगाड़ों के साथ माँ भगवती को घर में लाया जा रहा था तो घर घर में माँ शैलपुत्री की पूजा अर्चना की जा रही थी। शहर के प्रमुख मंदिरों में भी भक्तों की अच्छी खासी भीड़ देखने को मिली। महिलाएं हो या पुरूष हर कोई माँ भगवती की विधि विधान से पूजा अर्जना कर रहा था। चारों ओर सिर्फ माता के जयकारे ही गूंज रहे थे।
नवरात्र यानी शक्ति पूजा के 9 दिन। इस साल शारदीय नवरात्रि 29 सितंबर से शुरू हुए हैं जो 7 अक्टूबर को खत्म होंगे। इस दौरान नौ दिनों तक मां दुर्गा के अलग-अलग रूपों की पूजा अर्चना की जाएगी। नवरात्र में व्रत और शक्ति आराधना की शुरुआत से पहले कलश स्थापना की स्थापना की जाती है।
नवरात्रों के पहले दिन माँ शैलपुत्री की पूजा अर्चना की गयी। लोगो विधि विधान के साथ पूजा अर्चना करने के बाद माँ शैलपुत्री की कथा का पाठ किया। माँ भगवती की पूजा अर्चना के लिए लोग मंदिरों के भी पहुँचे। भक्तों ने बताया कि माँ शारदे शक्ति स्वरूपा है। उनकी पूजा अर्चना के नो दिन होते है। उन्होंने 9 दिनों तक माँ के व्रत रखते है। माँ की कृपा से इस कलयुग की मझधार से नैया पार लग जाती है।