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सुखी संतान के लिए माताओं ने रखा अहोई अष्टमी का व्रत

by pawan sharma

Agra. अहोई अष्टमी के पावन पर्व पर बाजारों में भी अच्छी खासी भीड़ देखने को मिली। महिलाएं इस व्रत की सामग्री व पूजा का सामान खरीदती हुई नजर आई। महिलाओं ने अहोई माता का चित्र और फोटो खरीदा साथ ही पानी की छोटी मटकी और पूजा के सामान भी लिया है।

अहोई अष्टमी का व्रत इस बार 5 नवंबर यानी रखा गया। इस दिन माताएं अपनी संतान के सुखी जीवन के लिए व्रत रखती हैं साथ ही वो महिलाएं भी व्रत रखती हैं, जिनकी संतान नहीं है। इस दिन माता अहोई के साथ साथ स्याही माता की उपासना भी की जाती है। हिंदू पंचांग के अनुसार, अहोई अष्टमी का पर्व कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को पड़ता है।

पुत्र के लिए रखा व्रत

महिलाओं का कहना था कि यह व्रत अपने पुत्र की लंबी दीर्घायु के लिए रखा है। सुबह पूजा पाठ किया और व्रत व पूजा से संबंधित सामग्री भी खरीदी। शाम को तारों को देखकर व्रत खोला गया।

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