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बेटे का दर्द न सह सकी माँ तो बन गयी जासूस, कड़ी से कड़ी जोड़ कर ऐसे किया चोरी का खुलासा

by admin
Mother could not bear the pain of the son, then she became a detective, by linking hard and revealing the theft like this

Agra. एक मां अपने बेटे का दर्द नहीं सह सकती, चाहें इसकी कोई कीमत क्यों न चुकानी पड़े। ऐसी ही एक घटना माँ सोनल अग्रवाल की है जिसने अपने बेटे के आंसुओं और उसकी जिद ने उसे जासूस बना दिया। पार्क के बाहर से बेटे की चोरी गई साइकिल को खोजने के लिए उसने प्रशिक्षित पुलिस की तरह ही काम किया। सीसीटीवी फुटेज की मदद से कड़ियों को जोड़ते हुए साइकिल चोरी करने वाले तक पहुंच गई। कबाड़ की दुकान पर बिक चुकी साइकिल को बरामद करके बेटे की चेहरे पर मुस्कान बिखेर दी।

यह पूरा मामला कमला नगर ब्रज विहार की कृष्णा कुंज कालोनी का है। यहां रहने वाले राहुल अग्रवाल दवा व्यापारी हैं। राहुल ने बताया कि मंगलवार को तीसरे पहर उनका सात साल का बेटा आदविक पार्क में खेलने गया था। पार्क के बाहर खड़ी उसकी साइकिल चोरी हो गई। वह रोता हुआ घर आया और अपनी मां सोनल अग्रवाल को इसके बारे में बताया। साइकिल चोरी होने से दु:खी बेटे ने खाना तक नहीं खाया।

उन्होंने बेटे को दस हजार की साइकिल दिलाई थी। उन्हाेंने और सोनल ने बेटे को मनाने का प्रयास किया। उसे दूसरी साइकिल दिलाने की कहा। मगर,बेटा अड़ गया कि उसे अपनी पुरानी साइकिल ही चाहिए। वर्ना वह खाना नहीं खाएगा। बेटे के खाना न खाने और उसे रोता देख मां सोनल अग्रवाल ने अपने स्तर से साइकिल खोजने का फैसला किया। उन्होंने पार्क के पास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज चेक की। इसमें एक किशोर अपने साथी के साथ साइकिल लेकर जाता दिखा। दोनों की उम्र अधिक नहीं थी। इनमें एक स्कूल ड्रेस पहने था।

सोनल अग्रवाल ने फुटेज अपने मोबाइल में लेने के बाद दोनों किशोरों के बारे में जानकारी जुटानी शुरू कर दी। शाम तक उन्होंने स्कूल ड्रेस की मदद से किशोर का पता लगा लिया। वह बल्केश्वर में रहता है। उसने पूछताछ करने पर अपने साथी का नाम बता दिया। सोनल अग्रवाल साइकिल चोरी करने वाले किशोर तक पहुंच गईं। उसने साइकिल को ढाई सौ रुपये में कबाड़ी को बेचने की जानकारी दी।

सोनल अग्रवाल बुधवार की सुबह कबाड़ी की दुकान पर पहुंची। उससे बेटे की साइकिल वापस करने की कहा। कबाड़ी पहले तो साइकिल देने के नाम पर टालमटोल करने का प्रयास करने लगा। सोनल ने पुलिस को बुला लिया, मामला चाेरी का होने का पता चलने पर कबाड़ी ने साइकिल लौटा दी। सोनल ने बेटे को साइकिल लौटाई तो उसके चेहरा खुशी से खिल उठा। वहीं, साइकिल ले जाने वाले किशोरों को अपनी गलती का अहसास होने पर व्यापारी ने मामले में किसी तरह की पुलिस कार्रवाई करने से मना कर दिया।

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