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भीम आर्मी अध्यक्ष की रिहाई का मोदी सरकार को होगा फायदा – रामदास अठावले

by pawan sharma

आगरा। सवर्ण समाज दलितों पर अत्याचार नहीं करेगा तो उन पर एससी एसटी एक्ट के तहत कार्रवाई नहीं होगी। यह कहना था भारत सरकार के सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री रामदास अठावले का। भारत सरकार के मंत्री रामदास अठावले सफाई मजदूरों और वाल्मीक समाज के सम्मेलन में भाग लेने के लिए आगरा नगर निगम पहुँचे थे।

सम्मेलन के दौरान भारत सरकार के मंत्री रामदास अठावले पत्रकारों से रूबरू हुए। पत्रकार वार्ता के दौरान उन्होंने साफ कहा कि जिस तरह से एससी एसटी एक्ट को लेकर दुष्प्रचार किया जा रहा है वह ठीक नहीं है। अगर सवर्ण समाज दलितों पर अत्याचार नहीं करेगा तो दलित क्यों उन पर एससी एसटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कराएगा। अपनी इस बात को रखते हुए रामदास अठावले ने यह भी कहा कि एससी एसटी एक्ट दलितों के हितों की सुरक्षा और सामाजिक न्याय दिलाने के लिए है लेकिन इसका दुरुपयोग भी नहीं होने दिया जाएगा। भारत सरकार ने भले ही इस एक्ट का समर्थन किया है लेकिन साथ में यह भी कहा है कि सवर्ण समाज को इससे डरने की जरूरत नहीं है। क्योंकि इस एक्ट के तहत सवर्ण समाज का शोषण नहीं होने दिया जाएगा।

प्रेस वार्ता के दौरान भारत सरकार के मंत्री रामदास अठावले ने हाल ही में भीम आर्मी के अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद उर्फ रावण की रिहाई पर भी अपनी प्रतिक्रिया दी। उनका कहना था कि सहारनपुर में दलितों के ऊपर हुए अत्याचार के कारण वहाँ विवाद बढ़ा था। उस विवाद के कारण ही चंद्रशेखर आजाद उर्फ रावण की गिरफ्तारी हुई थी लेकिन उसकी रिहाई के लिए योगी सरकार ने जो कदम उठाया है वह सराहनीय है। इस कदम से भाजपा को 2019 के लोकसभा चुनाव में फायदा जरूर मिलेगा।

केंद्र की एनडीए सरकार में मंत्री व आरपीआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामदास आठवले ने उत्तर प्रदेश में अपना संगठन खड़ा किए जाने के संकेत देते हुए सीधे सीधे मायावती पर बड़ा हमला बोला। आगरा आए आठवाले सर्किट हाउस में पत्रकारों से रूबरू हुए और उन्होंने कहा कि पहले चुनाव चिन्ह हाथी आरपीआई का हुआ करता था और इससे उनके चार सांसद भी थे लेकिन बाद में मायावती ने इस चुनाव चिन्ह को कब्जा लिया और अब वह इस कब्जे को वापस लेने आए हैं।

इतना ही नहीं उन्होंने उत्तर प्रदेश के 50% दलितों पर अपना दावा किया है और भाजपा से आगामी लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों में से कम से कम 4 लोकसभा सीटें आरपीआई को दिए जाने की मांग भी की है। केंद्रीय मंत्री का कहना है कि उन्होंने अपनी यह मंशा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से लेकर प्रदेश संगठन मंत्री सुनील बंसल और केंद्रीय स्तर पर रामलाल जी को भी बता दी है।

राज्य मंत्री का कहना था कि आज के समय में दलितों की सबसे हितैषी पार्टी केवल भाजपा ही है लिहाजा आगामी चुनाव में दलित भाजपा को मजबूती के साथ समर्थन करेगा। वही एससी एसटी एक्ट के मामले पर भी उन्होंने कहा कि इस एक्ट से दलितों को फायदा मिलेगा लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि इस एक्ट के नाम पर सवर्णों का उत्पीड़न नहीं किया जाएगा।

देशभर में हो रहे विरोध प्रदर्शनों पर अठवाले का कहना था कि जो लोग विरोध कर रहे हैं। वह भले ही भाजपा को वोट ना दें लेकिन फिर भी भाजपा को कोई फर्क नहीं पड़ेगा और एक बार फिर मजबूती के साथ भाजपा 2019 में सत्ता में आएगी।

बसपा सुप्रीमो मायावती को घेरते हुए आठवाले ने कहा कि अभी तक मायावती सपा को अपने दुश्मन पार्टी बताती थी ।लेकिन अब उन्होंने उसी के साथ गठबंधन कर लिया ।तो वहीं भाजपा पर मायावती की टिप्पणियों पर आठवले का कहना था कि मायावती स्वयं तीन बार सत्ता में भाजपा के सहयोग से ही आई तो अब उन्हें भाजपा से परहेज क्यों है।

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