Agra. केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) देश भर में मनाए जा रहे आजादी के अमृत महोत्सव के तहत पूरे भारत में 10 साइकिल रैलियों का आयोजन कर रहा है। कुल 10 रैलियों में से सबसे लंबी रैली पुणे की ऐतिहासिक यरवदा जेल से शुरू हुई है जो सोमवार शाम को आगरा पहुँची। मंगलवार सुबह इस साइकिल रैली को राज्य मंत्री डॉक्टर जी एस धर्मेश और सीआईएसएफ के कमांडेंट राहुल ने हरी झंडी दिखाकर मथुरा के लिए रवाना किया। यह साइकिल रैली 2 अक्टूबर को राजघाट, दिल्ली में समाप्त होगी। कुल 1,703 किलोमीटर लंबे मार्ग में रैली 27 दिनों की अवधि में महत्वपूर्ण ऐतिहासिक स्थानों और भारत के स्वतंत्रता संग्राम के नायकों के जन्मस्थानों को कवर कर रही है।
इस रैली को 4 सितंबर, 2021 शनिवार को यरवदा जेल, पुणे से सुबह 8 बजे झंडी दिखाकर रवाना किया गया है। यरवदा जेल वह स्थान है जहां ऐतिहासिक पूना एक्ट पर हस्ताक्षर किए गए थे, जब गांधी जी ने सांप्रदायिक अवॉर्ड के विरोध में उपवास किया था। गांधी जी को इस जेल में तीन बार रखा गया था। इस रैली का आयोजन देश के युवाओं को हमारे स्वतंत्रता सेनानियों की बहादुर कहानियों और भारत के स्वतंत्रता आंदोलन के गुमनाम नायकों द्वारा किए गए बलिदानों से जोड़ने के लिए किया जा रहा है।
रैली में 12 सीआईएसएफ साइकिल चालकों की एक टीम भाग लेगी, जिसका नेतृत्व एक सहायक उप निरीक्षक करेंगे। सोमवार शाम को आगरा पहुँची इस रैली का ठहराव आगरा था। मंगलवार सुबह इस रैली को राज्य मंत्री डॉक्टर जी एस धर्मेश और सीआईएसफ के कमांडर ने हरी झंडी दिखाकर मथुरा के लिए रवाना किया। इस दौरान राज्य मंत्री ने सीआईएसएफ के सभी जवानों को बधाई दी साथ ही उनकी साइकिल यात्रा की भी सराहना की।
राज्यमंत्री डॉक्टर जी एस धर्मेश ने बताया कि आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत सीआईएसएस नेवी साइकिल रेल यात्रा का आयोजन किया है। यह रैली पुणे से शुरू होकर 2 अक्टूबर को दिल्ली राजघाट पर महात्मा गांधी की जयंती पर जाकर समाप्त होगी। पुणे से दिल्ली तक का कुल 1703 किलोमीटर का सफर यह साइकिल यात्रा तय करेगी।