Agra. सर्किट हाउस में आगरा सांसद प्रो. एसपी सिंह बघेल का रौद्र रूप देखने को मिला। पीड़ित उपाध्याय परिवार को इंसाफ देने और फाउंड्री नगर पुलिस चौकी के दरोगा के खिलाफ कार्यवाही की मांग जब सांसद ने रखी तो उनकी बात को भी नजर अंदाज कर दिया गया। शहर के बड़े पुलिस अधिकारी ने कहा कि अब क्या दरोगा को फांसी चढ़ा दें, यह सुनकर आगरा सांसद प्रो. एसपी सिंह बघेल बिफर गए और पुलिस के आलाधिकारियों को खरी खोटी सुनाई।
गौरतलब है कि लॉकडाउन में फाउंड्री नगर में दुकान खुलने पर कालिंदी विहार में पुलिस व उपाध्याय परिवार के बीच विवाद हुआ था। इसके बाद पीड़ित परिवार को थाने में थर्ड डिग्री दी गयी, महिलाओं को भी नहीं बक्शा गया जिसके विरोध में परिवार व जनप्रतिनिधियों ने उनके निवास कालिंदी विहार पर धरना प्रदर्शन किया। पीड़ित परिवार की मुख्य मांग यह थी कि दोषी दरोगा को पुलिस की नौकरी से बर्खास्त किया जाये एवं आपराधिक धाराओं में मुकदमा पंजीक्रत कराया जाये।

शाम होते जब पीड़ित परिवार को प्रशासन एवं जनप्रतिनिधियों की सर्किट हाउस में होने वाली कोविड प्रोटोकाल बैठक का पता चला तो विधायक रामप्रताप चौहान के नेतृत्व में सभी लोग सर्किट हाउस पहुंचे जहां आगरा सांसद एस० पी० सिंह बघेल ने पीड़ित परिवार से वार्ता की तो परिवार रोने लगा। महिलाओं और बच्चों के ऊपर हुये अत्याचार को देखकर सांसद भी दंग रह गए।
सांसद एसपी सिंह बघेल ने पुलिस कप्तान और SP सिटी से आरोपी दरोगा के खिलाफ कानूनी कार्यवाही की बात कही तो आलाधिकारियों ने दरोगा के निलंबन की बात कही लेकिन सांसद ने दो टूक शब्दों में कहा कि निलंबन व लाइन हाजिर कोई कार्यवाही नहीं होती तो वहीं खड़े एक पुलिस के बड़े अधिकारी ने कहा कि फिर क्या दरोगा को फांसी पर चढ़ा दे। यह सुनकर सांसद बिफर पड़े, उनकी तल्खी पूरे 20 मिनट तक चली और पुलिस अधिकारियों को जमकर खरीखोटी सुनाई।
वहीँ इस घटना से ब्राह्मण समाज में भी असंतोष है, उनकी मांग अभी भी यही है कि दरोगा पर कार्यवाही हो। ऐसा ना होने की सूरत में 48 घंटे के समय के बाद सर्व समाज जिला मुख्यालय परिसर का घेराव करेगा एवं आमरण अनशन पर बैठेगा।