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मायावती-मुलायम-अखिलेश एक मंच पर, आखिरी बार जीत के लिए लगाई ताक़त

by pawan sharma

मैनपुरी। सपा-बसपा-रालोद गठबंधन की चौथी रैली शुक्रवार को मैनपुरी में संपन्न हुई। रैली के दौरान एक दूसरे के कट्टर विरोधी रहे मायावती और मुलायम सिंह यादव दो दशक के बाद एक ही मंच पर नजर आये। यह रैली गठबंधन प्रत्याशी और सपा संरक्षक मुलायम सिंह के चुनाव प्रचार और समर्थन जुटाने को लेकर थी। बसपा सुप्रीमो मायावती, सपा संरक्षक मुलायम सिंह के मंच पर पहुँचते ही गठबंधन के पक्ष में नारेबाजी होने लगी। गेस्‍ट हाउस कांड के दो दशक से ज्यादा समय होने के बाद मुलायम और मायावती भाजपा को टक्कर देने के लिए मंच पर एक नजर आए। मोदी को जवाब देने के लिए बसपा सुप्रीमो गेस्ट हाउस कांड को भुलाकर मायावती को भुलाकर समाजवादी पार्टी के गढ़ मैनपुरी में मुलायम सिंह के लिए वोट मांगने पहुंचीं। सपा संरक्षक के साथ सपा मुखिया अखिलेश यादव थे तो बसपा सुप्रीमो के साथ उनके करीबी सतीश चंद्र मिश्रा थे।

मंच पर सबसे पहले रैली को सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव ने संबोधित किया। सबका अभिवादन स्वीकार करते हुए सपा संरक्षक मुलायम सिंह ने कहा कि, मैं आप लोगों के प्यार के कारण आखिरी बार चुनाव लड़ रहा हूं। इस बार मुझे भारी बहुमत से आखिरी बार जीता देना। मायावती जी आज मेरे लिए वोट मांगने आई हैं मैं उनका एहसान कभी नहीं भूलूंगा।
मुलायम सिंह ने रैली को संबोधित करते हुए कहा कि बहुत दिनों के बाद हम और मायावती एक मंच पर हैं। आपसे कहना चाहते हैं कि आप लोग पहले भी जिताते आए हो, अबकी बार पहले से ज्यादा वोटो से जिता देना। मेरे भाषण आप बहुत सुन चुके हैं, ज्यादा नहीं बोलूंगा। आज महिलाओं का शोषण हो रहा है। बहुत जबर्दस्त तरीके से। इसके लिए हमने लोकसभा में सवाल उठाया। संकल्प लिया गया कि महिलाओं का शोषण नहीं होने दिया जाएगा।

सपा संरक्षक मुलायम सिंह के संबोधन के बाद बसपा सुप्रीमो मायावती ने मोर्चा संभाला। रैली को संबोधित करते हुए कहा कि, भीड़ देखकर लग रहा है कि आप लोग मुलायम सिंह यादव जी को रिकॉर्ड मतों से जिताएंगे। उन्होंने मुलायम सिंह के लिए जनता से वोट करने की अपील भी की। संबोधन के दौरान गेस्ट हाउस कांड का दर्द भी मायावती के भाषण में छलका। बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि, 1995 में हुए गेस्ट हाउस की घटना के बाद आज एक मंच पर हमें देखकर आप लोग के कई सवाल मुझसे होंगे लेकिन देशहित में कभी-कभी कठिन फैसले लेने पड़ते हैं। देशहित में सपा-बसपा का गठबंधन हुआ है। मुलायम सिंह यादव ने समाज के हर वर्ग को अपने साथ जोड़ा है। खासकर पिछड़े वर्ग के लोगों को इन्होंने अपने साथ जोड़ा है। वह खुद भी पिछड़े वर्ग के हैं, श्री नरेंद्र मोदी की तरह नकली पिछड़े वर्ग के नहीं हैं।

इसके बाद सपा सुप्रीमो अखिलेश ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि ये चुनाव देश के भविष्य से जुड़ा हुआ है। भाजपा ने नोटबंदी और जीएसटी लगाकर व्यापार बंद करा दिया है। उन्होंने कहा कि हमें नया प्रधानमंत्री बनाना है। नया प्रधानमंत्री बनने से ही नया भारत बनेगा।

बता दें कि मैनपुरी लोकसभा सीट पर भारतीय जनता पार्टी ने कभी भी जीत का स्वाद नहीं चखा है। मुलायम सिंह यादव 1996 में पहली बार सांसद बनकर कांग्रेस पार्टी की गठबंधन सरकार में रक्षा मंत्री बने थे। इसके बाद मुलायम सिंह यादव ने मैनपुरी में कई जीत दर्ज की।

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