आगरा। किसानों ने दिन रात जागकर, आवारा पशुओं से अपनी फसलों को बमुश्किल बचाया था लेकिन अब कुदरत की मार किसानों पर कहर ढा रही है। 15 दिनों के अंदर ही दूसरी बार हुई ओलावृष्टि और बारिश ने किसान की कमर तोड़कर रख दी है। एत्मादपुर तहसील क्षेत्र में किसानों से मिलने पहुंचे मौजूदा विधायक रामप्रताप सिंह चौहान और पूर्व विधायक धर्मपाल सिंह ने प्रशासन से ग्रामसभा स्तर पर फसलों में हुए नुकसान के आंकलन करने की मांग की।
एत्मादपुर विधानसभा क्षेत्र में शनिवार देर शाम ओला वृष्टि हुई जिसमें रबी की फसल में भारी नुकसान हुआ है। होली से पूर्व बेमौसम बारिश से आलू की खुदाई पूरी तरह रुक गई थी। शुक्रवार से पुनः आलू की फसल की खुदाई शुरू हुई लेकिन शनिवार देर शाम पुनः बारिश होने से आलू, सरसो, गेहूं की फसल में भारी नुकसान होने की संभावना है। वहीं तहसील क्षेत्र के गांव बुर्ज अतिबल में एत्मादपुर के पूर्व विधायक धर्मपाल सिंह ने किसानों के नुकसान का जायजा लिया और किसानों के दर्द को बांटा।
पूर्व विधायक धर्मपाल सिंह का कहना था कि मुआवजा पाने के लिए किसानों को एकजुट होकर लड़ाई करनी पड़ेगी तभी उन्हें उचित मुआवजा मिल पाएगा। अन्यथा की स्थिति में लीपापोती कर दी जाएगी। साथ ही उन्होंने मांग की कि नुकसान के आंकलन तहसील या ब्लॉक स्तर पर ना कर ग्रामसभा स्तर पर किया जाए, क्योंकि किसी किसी ग्राम सभा में अत्यधिक ओलावृष्टि से ज्यादा नुकसान हुआ है।
किसानों के मुताबिक खेती की लागत या बचाव के लिए होली से पूर्व ही बारिश के दौरान ही किसान अपने गहने व जेवरात साहूकारों को गिरवी रख चुके हैं। ऐसे में बेमौसम कुदरत की मार से किसान बुरी तरह टूट गया और अन्नदाता परिवार के भरण-पोषण के लिए मुसीबत झेलने के लिए मजबूर होगा। किसानों की मांग है कि सरकार फसलों में नुकसान का आकलन करा कर एक समान दर से उन्हें उचित मुआवजा दे।
एत्मादपुर से पवन शर्मा की रिपोर्ट