आगरा। थाना एत्माद्दौला पुलिस की कार्यप्रणाली पर एक बार फिर सवालिया निशान लग गया है। मामला हाल ही में थाना एत्माद्दौला में दर्ज हुए मुकदमे का है। बताते चलें कि थाना एत्माद्दौला पुलिस ने कल सुबह एक मुकदमा दर्ज किया था। इसी मुकदमे से संबंधित कल शाम को थाना एत्माद्दौला पुलिस ने एक और जानलेवा हमला धारा 307 का मुकदमा दर्ज किया।
इस मुकदमे में वादी हरिनारायण पक्ष की ओर से जानलेवा हमले के मुकदमे में 2 लोगों को नामजद किया। जिसमें दीपक और राहुल को आरोपी बनाया गया। सवाल इस बात का है कि 24 घंटे के अंदर दर्ज हुए 2 मुकदमों में पुलिस ने बिना इन्वेस्टीगेशन के यह मुकदमे कैसे दर्ज कर लिए।
मुकदमे दर्ज करने के बाद जहां एक तरफ एत्माद्दौला पुलिस चैन की नींद सो रही है तो वहीं एक सीसीटीवी फुटेज थाना एत्माद्दौला पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान खड़े करते हुए एत्माद्दौला पुलिस की पोल खोल रहा है। जानलेवा हमले में दर्ज किए गए मुकदमे में वादी पक्ष ने शाम 7:00 बजे की घटना को दर्शाया है जबकि सीसीटीवी फुटेज में प्रतिवादी पक्ष और आरोपी दीपक ठीक इसी समय शाम 7:00 बजे थाना सदर में दिखाई दे रहा है।
सवाल इस बात का है कि एक समय पर एक आरोपी दो जगह कैसे उपस्थित हो सकता है। एक बार फिर ये मुकदमा दर्ज होने के बाद एत्माद्दौला पुलिस घिरती नजर आ रही है। आरोप यह भी है कि थाना एत्माद्दौला पुलिस सत्ता के दबाव में कार्य कर रही है। जहां फर्जी मुकदमों की फेहरिस्त बहुत लंबी है। जिले के पुलिस कप्तान अमित पाठक के सख्त रवैया के बावजूद इलाकाई पुलिस की कार्यप्रणाली सुधरती नजर नहीं आ रही है।