आगरा। आज मंगलवार को मुनि 108 विशोक सागर महाराज ससंघ का भव्य मंगल प्रवेश भक्तों के जनसमूह व जयकारों व गाजे- बाजे के बीच श्री 1008 चंद्रप्रभु दिगंबर जैन मंदिर गंगेगौरी बाग बल्केश्वर में पहुंचा। मुनि संघ का प्रातः 7:00 बजे श्री 1008 नेमिनाथ दिगंबर जैन मंदिर कर्मयोगी कमला नगर से शालीमार एनक्लेव होते हुए श्री 1008 चंद्रप्रभु दिगंबर जैन मंदिर गंगेगौरी बाग बलकेश्वर पहुंचे। जहां जगह-जगह रास्ते में भक्तों ने मुनि संघ के पाद प्राक्षालन व मंगल आरती उतारकर भव्य अगवानी की। मुनि के मंदिर पहुंचने पर अभिषेक शांतिधारा करवाई एवं उसके बाद अपने मंगल प्रवचन दिए।
प्रवचनों के माध्यम से मुनि ने बताया कि सब भावों का ही परिणाम है। हम लोग सुबह से ही उठकर धन के चक्कर में पड़ जाते हैं। किसी का भाव मंदिर बनाने में है और किसी का भाव घर में। कोई त्यागी व्रती आश्रम बनवा रहे हैं और कोई अपनी फैक्ट्री। सभी का भाव अलग अलग है। सभी अपने अपने धन का सदुपयोग कर रहे हैं और कोई दुरूपयोग भी। जैसे रावण ने अपने धन का सदुपयोग नहीं किया अपितु दुरुपयोग किया लेकिन चक्रवर्ती सम्राट भरत ने कैलाश पर्वत पर मणिमय जिनालयों को बनवा कर अपने धन का उपयोग सदुपयोग रूप में किया।
मीडिया प्रभारी शुभम जैन ने बताया कि 10 मार्च दिन बुधवार दिनांक 11 मार्च दिन गुरुवार को मुनि श्री 108 विशोक सागर महाराज ससंघ के सानिध्य में दो दिवसीय श्री 1008 मुनिसुव्रतनाथ स्वामी का निर्वाण लाडू महोत्सव एवं आचार्य पंचपरमेष्ठी विधान का आयोजन किया जाएगा।
इस मौके पर प्रवीन जैन राजकोट, मनोज जैन, संजीव जैन (बाबा), नरेन्द्र जैन, नीरज जैन, रजनेश जैन, डॉ अजय जैन, पवन जैन, सुरेश जैन, रजत वीरा जैन एवं समस्त जैन समाज मौजूद रहे।