आगरा। लेखपाल और कानूनगो द्वारा बिना जाँच के पराली जलाने के आरोप में कासौटी और कीठम के किसानों पर मुक़दम्मा दर्ज करा दिया गया है। इनमे से ऐसे भी किसान है जिनकी मृत्य ही चुकी है। लेखपाल और कानूनगो की इस कार्यप्रणाली से किसानों में आक्रोश व्याप्त है। गुरुवार को भारतीय किसान संघ के प्रांत अध्यक्ष मोहन सिंह चाहर अपने साथी किसान नेताओं के साथ कासौटी गांव पहुंचे और प्रभावित किसानों से मुलाकत की।
किसानों ने बताया कि लेखपाल और कानूनगो ने बिना जाँच के ही मृतका चमेली देवी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया जबकि उसकी मृत्यु तीन वर्ष पहले ही हो चुकी है। किसानों की इन समस्याओं को जानकर किसान नेता मोहन सिंह चाहर नाराज दिखाई दिए। उनका कहना था कि पराली जलाने के नाम पर स्थानीय प्रशासन किसानों का उत्पीड़न किया जा रहा है जिसे बर्दाश नही किया जाएगा।
भारतीय किसान संघ के प्रांतीय अध्यक्ष मोहन सिंह चाहर ने कहा कि लेखपाल और कानूनगो बिना जांच पड़ताल के किसानों पर कार्यवाही कर रह है। बुगुर्ज और मृत किसानों के नाम मुक़दम्मा दर्ज करा दिया है। कई किसान 80 और 75 साल के हैं जिन पर चला भी नहीं जाता है, उन्हें भी आरोपी बना दिया गया है। मोहन सिंह चाहर ने प्रशासन से मांग की है कि किसानों से मुक़दमे अविलंब वापिस लिए जाए और जिन लेखपाल व कानूनगो ने अपने कार्यों में लापरवाही की है उनके खिलाफ कार्यवाही की जाए।