आगरा। एससी एसटी संसोधन एक्ट के विरोध में सवर्ण समाज का आंदोलन में हुए बवाल को लेकर सवर्ण सवर्ण समाज के लोगों की गर्दन फंस सकती है।
आपको बताते चलें कि एससी एसटी एक्ट के विरोध में सवर्ण समाज के लोगों ने जगह-जगह आंदोलन प्रदर्शन किए। कई जगह बवाल हुए। पथराव फायरिंग और आगजनी जैसी घटनाएं भी सामने आई। जिले के पुलिस कप्तान अमित पाठक के निर्देश पर जनपद भर में आधा दर्जन से ज्यादा थानों में मुकदमे दर्ज किए गए हैं। जिनमें खंदौली, खेरागढ़, पिनाहट, एत्मादपुर, सैया और शमशाबाद शामिल है।
पिनाहट में पथराव, आगजनी और बलवे के दौरान 100 से डेढ़ सौ लोगों को अज्ञात में दर्ज किया गया है। इसके अलावा खंदौली थाना क्षेत्र में यमुना एक्सप्रेस-वे पर प्रदर्शनकारियों ने गाड़ियों पर पथराव किया जाम लगाया और गाड़ियों में तोड़फोड़ की थी। इस संबंध में खंदौली थाने में 5 लोगों को नामजद और 50 लोगों को अज्ञात ने दर्ज किया गया है ।खैरागढ़ थाना क्षेत्र में भी प्रदर्शनकारी बलवाई बन गए थे। जहां पथराव की घटना सामने आई थी। हालांकि इस मामले में पुलिस ने लाठीचार्ज किया था मगर खैरागढ़ में दर्ज मुकदमे में 6 लोग नामजद और 50 लोगों को अज्ञात में दर्ज किया गया है।
सवर्ण समाज के लोगों द्वारा आगरा कानपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर एत्मादपुर थाना क्षेत्र में कुबेरपुर पर प्रदर्शन के दौरान हुए बलवे में एत्मादपुर थाने में 100 से 150 अज्ञात लोगों को दर्ज किया गया है। इसके अलावा सैंया थाना पुलिस ने भी अपने थाने में 7 नामजद और डेढ़ सौ अज्ञात प्रदर्शनकारियों को दर्ज किया है और सबसे बड़ा मुकदमा शमशाबाद थाने में दर्ज हुआ है। जिसमें धार्मिक भावनाओं को भड़काना और सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने का है।
शमसाबाद में बाबा साहेब की मूर्ति खंडित करने के मामले में शमशाबाद पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ धारा 295 ए और 153 ए के तहत दर्ज किया है।
अन्य थानों में दर्ज मुकदमों में सरकारी कार्य में बाधा, सरकारी संपत्ति को हानि, बलवा, फायरिंग और पथराव जैसी गंभीर धाराएं लगाई गई हैं। पुलिस बलवाइयों को चिन्हित कर कार्यवाही करने में जुट गई है।