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जिला अस्पताल में सुविधाओं की कमी लेकिन सर्दी के मौसम में पंखे लगाने पर कर दिए करोड़ों खर्च

by admin

Agra. सरकारी योजनाओं और सरकारी विभाग किस तरह से जनता के पैसे का दुरुपयोग करते हैं इसका जीता जागता उदाहरण जिला अस्पताल में देखने को मिला। आगरा के जिला अस्पताल में यूपी नेडा की ओर से सीलिंग फैन लगाए जा रहे हैं। ऐसा लगता है कि अधिकारियों को सर्दी के मौसम में मरीजों के आक्रोश से पनपने वाली गर्मी सताने लगी है। इसीलिए जिला अस्पताल के सारे पंखों को बदलवाया जा रहा है। यूपी नेडा की ओर से जिला अस्पताल के लिए लगभग 284 पंखे भेजे गए हैं। यह सभी पंखे रिमोट संचालित हैं।

आगरा जिला अस्पताल में चिकित्सीय व्यवस्था पटरी से उतरती चली जा रही है। जिला अस्पताल में चिकित्सक नहीं है। दवाइयों की कमी यहां पर हमेशा बनी रहती है। मशीनें खराब पड़ी हुई हैं तो कई वर्षों से एमआरआई भवन भी एमआरआई मशीन के लिए तरस रहा है लेकिन सरकार प्रशासन और जिला अस्पताल की विभिन्न योजनाओं की ओर से मदद करने वाले विभाग को यह समस्याएं नजर नहीं आती।

इसीलिए तो इन समस्याओं के निस्तारण पर जोर नहीं दिया जाता है बल्कि पैसे का किस तरह से बंदरबांट हो सके, इस पर अधिक जोर रहता है। यूपी नेडा की ओर से सर्दियों के मौसम जिला अस्पताल में रिमोट संचालित पंखे लगवाए जा रहे हैं जबकि हैरानी वाली बात यह है कि जिला अस्पताल प्रशासन ने हाल ही में इन पंखों को बदला है। विभाग चाहता तो रिमोट वाले पंखे की जगह अन्य जरूरी सुविधाओं में खर्च कर सकता था।

जानकारों की माने तो आगरा के जिला अस्पताल में हाल ही में पंखे बदले गए थे। जो पंखे लगाए गए थे उन्हें 6 महीने भी नहीं बीते हैं और एक बार फिर इन पंखों को बदला जा रहा है। इस बार यूपी नेडा की ओर से करोड़ों रुपए की खरीद से लगभग 284 रिमोट संचालित पंखे भेजे गए हैं।

जिला अस्पताल ईएनटी एवं नेत्र रोग विभाग में खराब पड़ी मशीनों के चलते मरीजों को बार-बार लौटना पड़ रहा है। रेडियोलॉजिक न होने के कारण अल्ट्रासाउंड और एक्स-रे भी नहीं हो पा रहे हैं। इस बदहाली का खामियाजा सिर्फ मरीज भुगत रहे हैं लेकिन सरकार को इससे कोई सरोकार नहीं है।

जुलाई 2018 में 96.87 लाख रुपयों की लागत से एमआरआई भवन बनकर तैयार हो गया था लेकिन 2022 के अंत तक जिला अस्पताल का एमआरआई भवन एमआरआई मशीन का इंतजार कर रहा है

अधिकारियों से मिला यह जवाब

डिप्टी सीएमएस डॉ सीपी वर्मा ने बताया कि जिला अस्पताल से जो रिमोट संचालित पंखे मिले हैं वह यूपी नेडा की ओर से भेजे गए हैं। जानकारी के मुताबिक हाल ही में एक ऑडिट के दौरान आगरा के जिला अस्पताल में विद्युत की अधिक खपत पाई गई थी जिसके बाद सेव एनर्जी पर विशेष जोर दिया गया था। इसलिए यह रिमोट संचालित होने वाले फाइव स्टार रेटिंग के पंखे शासन स्तर से उन्हें मिले है। अधिकारियों का मानना है कि फाइव स्टार रेटिंग और कम वाट के होने के चलते काफी हद तक बिजली की बचत होगी।

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