Agra. शराब की अवैध तस्करी के लिए तस्करों द्वारा नए-नए हथकंडे अपनाए जा रहे हैं। अवैध तस्कर जिस राज्य में प्रवेश करते हैं, गाड़ी पर उसी राज्य की नंबर प्लेट लगा लेते है जिससे पुलिस उनके वाहन को रोके नहीं। यह खुलासा पुलिस के आला अधिकारियों ने खंदौली पुलिस द्वारा पकड़े गए अवैध शराब के टैंकर और दो शराब माफियाओं को लेकर की गई प्रेस वार्ता के दौरान किया।
खंदौली थाना पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। थाना पुलिस ने अवैध शराब से भरे हुए कैण्टर को पकड़ा है और दो शराब माफियाओं को गिरफ्तार किया है जो इस शराब को हरियाणा से आगरा के खंदौली होते हुए पटना बिहार जा रहे थे। पुलिस ने केंटर से 228 पेटी अवैध शराब बरामद की है और दो शराब माफियाओं को गिरफ्तार किया है जो अवैध शराब को बेचने के साथ-साथ उसके ट्रांसपोर्टेशन का काम करते थे।
प्रेसवार्ता के दौरान पुलिस अधिकारियों ने बताया कि संदिग्ध व्यक्ति, वाहन चैकिंग के दौरान क्षेत्रीय पुलिस को मुखबिर खास द्वारा सूचना मिली थी कि यमुना एक्सप्रेस वे पर एक कैण्टर खड़ा हुआ है जो अवैध शराब से भरा हुआ है। यह अवैध शराब का कैंटर हरियाणा से बिहार जा रहा है। इस सूचना पर पुलिस ने तुरंत मुखबिर के बताएं स्थान पर पहुंच दबिश देकर केंटर में बैठे दो व्यक्तियों को हिरासत में लिया और केंटर की चेकिंग की गई तो पुलिस के भी होश उड़ गए। कैण्टर में ऊपर से दिखाने के लिए गन्ना रखा हुआ है व गन्ने के नीचे अवैध शराब की पेटियां रखी हुयी हैं।
इस केंटर की तलाशी लेने पर उसमें 228 पेटी अवैध शराब जिसमें ऑफीसर च्वाइस की 105 पेटियां (1260 बोतल), मैकडॉवल्स की 79 पेटियां ( 948 बोतल), मैकडॉवल्स नं० 1 की 20 पेटियां (960 पौव्वे) व मैकडॉवल्स सुपीरियर 24 पेटियां (576 अद्धा) 02 नम्बर प्लेट, 01 अदद मोबाइल व रू0 4,000/- बरामद हुये। पुलिस टीम द्वारा पूछताछ करने पर अभियुक्तगण द्वारा बताया गया कि इस शराब को हरियाणा से लेकर आये थे और इसे पटना बिहार ले जा रहे थे। जहाँ इस शराब को खपाना था लेकिन रास्ते में रुककर यूपी की शराब बताकर बेचने लगे।
गिरफ्तार अभियुक्त का विवरण –
1:- सुरजीत सिंह पुत्र राजाराम नि० ग्राम चार बेल्डी थाना विजय नगर जनपद श्री गंगा नगर राजस्थान।
2:- हृदेश सिंह उर्फ हरदेव सिंह पुत्र नक्षत्र नि० ग्राम दसेम्ड़ी थाना गढस्याना मंडी जनपद श्री गंगा नगर राजस्थान
प्रेस वार्ता के दौरान पुलिस अधिकारियों ने बताया कि बिहार पटना में समय शराब पर प्रतिबंध लगा हुआ है। इसीलिए अधिक मुनाफे को लेकर यह अवैध रूप से शराब खरीदते हैं और बिहार पटना में जाकर बेच दिया करते हैं। उनका मुख्य उद्देश्य सिर्फ पैसा कमाना है। इनके पास से जो दो नंबर प्लेट मिली है उनका उपयोग यह पुलिस से बचने के लिए किया करते थे। दूसरे राज्य में जाकर वहां के नंबर प्लेट लगा कर अपने वाहन को चलाते थे।