Agra. शनिवार का दिन कर्मयोगी कमलानगर निवासी रिचा पाराशर के लिए खास होगा। इस दिन वो थल सेना अधिकारी बन जाएगी और अपने स्व. पिता ब्रजेश पाराशर का सपना भी पूरा करेंगी। रिचा की इस उपलब्धि से परिवार के लोगों को उन पर नाज है तो वह भी पिता का सपना पूरा कर काफी उत्साहित हैं। रिचा शर्मा आगरा कॉलेज की पूर्व एनसीसी कैडेट है। आगरा की इस बेटी ने अपने परिवार के साथ साथ शहर का नाम भी रोशन किया। 29 मई को ऑफिसर्स ट्रेनिंग एकेडमी चेन्नई में पासिंग आउट परेड में उन्हें दो स्वर्ण पदक के साथ ट्रेनिंग में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए श्रेष्ठता पत्र दिया जाएगा।
कर्मयोगी कमला नगर निवासी रिचा पाराशर का 2020 में आर्मी में चयन हुआ था। आर्मी में ऑफिसर्स ट्रेनिंग के लिए देशभर से पांच महिला ऑफिसर्स का चयन हुआ था, जिसमें रिचा पाराशर ऑल इंडिया लेवल पर तीसरे स्थान पर चयनित हुई थीं। 11 माह की ट्रेनिंग के बाद अब रिचा पाराशर की 29 मई को पासिंग आउट परेड है। ट्रेनिंग में भी रिचा पाराशर ने अपनी मेहनत और लगन से दो स्वर्ण पदक और श्रेष्ठता पत्र हासिल किया है जिससे शुक्रवार को उन्हें सम्मानित किया जाएगा।
पिता का सपना हुआ पूरा:-
बताया महज दस वर्ष की उम्र में रिचा के पिता का देहांत हो गया था। पिता की इच्छा थी कि बेटी भारतीय सेना में जाए। रिचा ने लक्ष्य बनाकर आगरा कॉलेज एनसीसी गर्ल्स विंग में प्रवेश लिया। दृढ़ निश्चय एवं कठिन परिश्रम ने उसे इस लक्ष्य तक पहुंचीं।
कई उपलब्धियां हैं रिचा के नाम:-
लेफ्टिनेंट रीता निगम ने बताया कि रिचा पाराशर 17500 फीट की ऊंचाई पर पर्वतारोहण कर चुकी हैं। उत्तर प्रदेश निदेशालय की सर्वश्रेष्ठ कैडेट के रूप में गणतंत्र दिवस परेड में निदेशालय का प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं। राज्यपाल रजत पदक प्राप्त कर चुकी हैं। इतिहास में एमफिल की उपाधि सर्वोच्च अंकों के साथ वर्ष 2020 में उत्तीर्ण की।
आगरा कॉलेज की एनसीसी अधिकारी लेफ्टिनेट रीता निगम का कहना है कि रिचा पाराशर सामान्य परिवार में जन्मी असाधरण प्रतिभावान लड़की है जो मेहनती और जुनूनी है। रिचा पाराशर उत्तर प्रदेश निदेशालय एवं आगरा ग्रुप से एकमात्र महिला कैडेट हैं, जिन्होंने यह मुकाम हासिल किया है। रिचा पाराशर उत्तर प्रदेश एनसीसी निदेशालय की सर्वश्रेष्ठ कैडिट रह चुकी हैं। वह गणतंत्र दिवस कैंप दिल्ली, प्रधानमंत्री रैली में एसीसी के उत्तर प्रदेश निदेशालय का प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं।