आगरा। थाना शमशाबाद क्षेत्र में झोलाछाप के इंजेक्शन से एक किसान की मौत हो गई। किसान की मौत से परिवार में कोहराम मच गया तो वहीं घटना के बाद झोलाछाप डॉक्टर फरार हो गया।
झोलाछाप डॉक्टर से इलाज कराना किसान को भारी पड़ गया। खांसी-जुखाम के इलाज के लिए गांव में ही झोलाछाप डॉक्टर ने किसान के इंजेक्शन लगा दिया। इंजेक्शन लगने के कुछ देर बाद किसान की तबीयत बिगड़ी और जब तक परिजन उसे अस्पताल ले जा पाते किसान ने दम तोड़ दिया।
मामला थाना शमशाबाद क्षेत्र के लहरा का पुरा गांव का है। लहरा गांव के रहने वाले 55 वर्षीय किसान दीपचंद को पिछले 3 दिनों से खांसी जुकाम की शिकायत थी। किसानों ने गांव में फेरी लगाने वाले झोलाछाप से दवा देने की बात कही तो झोलाछाप डॉक्टर ने इंजेक्शन लगा दिया। इंजेक्शन लगने से किसान की तबीयत बिगड़ी और अस्पताल ले जाते समय किसान की मौत हो गई। किसान की मौत से परिवार में कोहराम मच गया। मौत के बाद किसान के परिजन शव को थाना शमशाबाद लेकर पहुंचे।
वहीं पुलिस ने कार्यवाही करते हुए शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस का कहना है कि परिजनों की तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर झोलाछाप के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।
शमशाबाद क्षेत्र में यह पहला मामला नहीं है कि झोलाछाप के इंजेक्शन से मौत हुई हो। पिछले दिनों में कई मौतें झोलाछापों के इलाज से हो चुकी हैं लेकिन स्वास्थ्य विभाग कार्यवाही के नाम पर झोलाछाप डॉक्टरों को नोटिस देकर अपनी खानापूर्ति कर लेता है।
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