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दोबारा ताजमहल देखने पहुंचे जगत गुरु परमहंस आचार्य को पुलिस अधिकारियों ने फिर रोका

by admin
Jagat Guru Paramhans Acharya, who came to see the Taj Mahal again, was again stopped by the police officers.

Agra. जगद गुरु परम हंस आचार्य आगरा पहुँचे। उन्होंने आज दोपहर 12 बजे पूर्वी गेट से भगवा कपड़ा पहनकर और ब्रह्मदंड के साथ ताज़महल में प्रवेश करने का ऐलान किया था लेकिन इससे पहले ही पुलिस के आला अधिकारियों ने उन्हें रोक लिया। बताया जाता है कि वह एक होटल से दूसरे होटल जा रहे थे, तभी ताजगंज इलाके में उन्हें रोक लिया गया। उन्हें रोके जाने के दौरान सीओ, एडिशनल एसपी भी मौके पर मौजूद रहे और उन्होंने जगत गुरु परम हंसा आचार्य को आगे नहीं बढ़ने दिया।

आगरा आए जगतगुरु परमहंस आचार्य ने ताजमहल में 12 बजे ब्रह्मांड के साथ प्रवेश करने का ऐलान किया था। उन्होंने कहा था कि वह ताजमहल में पूजन और शुद्धिकरण भी करेंगे। क्योंकि ताजमहल तेजोमलय यानी शिव मंदिर है। इस ऐलान के बाद पुलिस भी हरकत में आई थी और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम आज भी किए गए थे।

जगत गुरु परमहंस आचार्य ने दो टूक शब्दों में कहा कि ‘मैं भगवा पहनकर ब्रह्म दंड के साथ ताजमहल में प्रवेश करना चाहता था। लेकिन भगवा पहनने के कारण ही मुझे बार-बार रोका जाता है जबकि आज ईद के दिन टोपी पहने कई लोगों को ताजमहल में प्रवेश करने दिया लेकिन भगवा पहने होने के कारण मुझे रोका जा रहा है। यह मेरा नहीं बल्कि भगवा का भी अपमान किया जा रहा है जिसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।’

इनवाइट करने पर आया था आगरा

जगत गुरु परमहंस आचार्य ने पत्रकारों से रूबरू होते हुए कहा कि वह जब पहले आगरा आये थे तब भगवा पहनने के कारण उन्हें ताज महल में प्रवेश करने से रोक दिया गया था। इसके बाद एएसआई अधिकारी ने माफी मांगते हुए उन्हें दोबारा ताजमहल आने का निमंत्रण दिया था जिस पर वह आज फिर से ताजमहल देखने आए लेकिन भगवा पहनने के कारण उन्हें फिर से रोक दिया गया।

आचार्य परम हंस आचार्य ने कहा कि ताजमहल तेजोमहालय है। इसका गलत इतिहास सभी को बताया जा रहा है। ताजमहल में शिव पिंडी है जिसे बंद करवा दिया गया है। तेजोमलय तो ताजमहल बता कर जब विशेष समुदाय के लोग उसमें नमाज पढ़ सकते हैं तो हिंदू सिर्फ पूजा क्यों नहीं कर सकते।

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