आगरा। सोमवार को एक विदेशी महिला पर्यटक की ताजमहल पर अचानक तबियत बिगड़ गई। उसने एएसआई के कर्मचारियों से मदद मांगी। लेकिन दुनिया के सातवें अजूबे कहे जाने वाले मोहब्बत की निशानी ताजमहल पर विदेशी मेहमानों की सुविधाओं का दावा करने वाले विभागों की पोल खुल गई। विदेशी सैलानियों की सुविधा का दावा करने वाली अधिकारीयो की बातों में कितनी सच्चाई है यह सब कुछ सोमवार को उजागर हो गया। कर्मचारी पर्यटक को लेकर पूर्वी गेट पहुंचे लेकिन वहां एंबुलेंस नहीं थी। बाद में महिला ने कहा कि उसकी तबीयत ठीक लग रही है। उसे होटल भिजवाया जाए।
दरअसल सोमवार को सुबह लगभग 7:00 बजे एक विदेशी महिला पर्यटक वीडियो प्लेटफार्म पर फोटो खिंचवा रही थी। अचानक उसकी तबीयत खराब हो गई। महिला पर्यटक ने सुरक्षा कर्मियों और ए एस आई कर्मचारियों से जानकारी देकर मदद मांगी। व्हीलचेयर से ताजमहल के पूर्वी गेट तक लाया गया। वहां एंबुलेंस मौजूद नहीं थी। एंबुलेंस के चालक ने को बताया कि वह छुट्टी पर है। बाद में महिला पर्यटक की तबीयत में कुछ सुधार हुआ। जिसे होटल भिजवा दिया गया।
आपको बताते चले कि बीते 21 सितंबर को फ्रांस की महिला पर्यटक की फतेहपुरसीकरी स्मारक में गिरने से मौत हो गई थी। उसकी मौत के बाद की जांच में निकलकर सामने आया कि वहां पर अगर एंबुलेंस मौजूद होती तो महिला पर्यटक की जान बचाई जा सकती थी।। इसके बाद कमिश्नर रितु माहेश्वरी ने भी सेफ्टी ऑडिट करने के बाद प्रमुख स्मारकों पर एंबुलेंस की तैनाती के निर्देश दिए थे। हालांकि बताया जा रहा है कि ताजमहल पर चिकित्सकीय सुविधा की पोल खुलने के बाद जिला प्रशासन आगरा की ओर से कमिश्नर रितु माहेश्वरी इस मामले को संज्ञान ले सकती है। लापरवाह अधिकारी, कर्मचारी और सुविधाओं का दावा करने वाले अधिकारियों पर भी कार्यवाही हो सकती है।