आगरा। जनपद के बाह, पिनाहट, जेतपुर क्षेत्र में चंबल नदी में आई बाढ़ से चलते तटवर्ती इलाकों के दर्जनों गांव प्रभावित हैं, साथ ही तटवर्ती इलाकों के गांव गुड़ा, रानीपुरा, भटपुरा, शिमराई, भगवानपुरा, शिवलाल का पुरा, झरना पूरा, डाल का पुरा, उमरेठापुरा, बीच का पुरा, रेहा, कछियारा, डगौरा, आदि गांव में चंबल की बाढ़ आफत बनकर आई है। चंबल की बाढ़ से परेशान ग्रामीणों को अब पानी से होने वाली संक्रमित बीमारियों का सामना करना पड़ रहा है, जिसके कारण अब उन्हें अपनी जान का भी खतरा मंडराने लगा है।
ऐसा ही मामला थाना खेड़ा राठौर क्षेत्र के चंबल की तलहटी में बसा गांव गुड़ा, निवासी शेर सिंह पुत्र राम सिंह डीलर उम्र करीब 28 वर्ष मंगलवार को अचानक तेज बुखार आ गया। रात के समय गांव में दवा की कोई व्यवस्था नहीं थी और जाने के लिए रास्ते सारे बंद थे। मोटर बोट की भी व्यवस्था नहीं थी, जिससे युवक को तत्काल बुखार की दवाई दिलवाई जा सके। बुधवार सुबह एक युवक की तबीयत अचानक अधिक बिगड़ गई, काफी देर बाद मोटर बोट गांव पहुंची तब तक युवक की हालत नाजुक हो चुकी थी, ग्रामीणों द्वारा प्रशासनिक कर्मचारियों को इसकी सूचना दी गई जहां बोर्ड द्वारा प्रशासनिक कर्मचारी गांव पहुंचे और परिजनों के साथ बीमार युवक को तत्काल एंबुलेंस द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बाह भिजवाया।
अस्पताल में डॉक्टरों ने बीमार युवक को मृत घोषित कर दिया, जैसे परिजनों में कोहराम मच गया, वहीं दूसरा मामला चंबल के ही किनारे बाढ़ से ग्रस्त गांव पुरा शिवलाल की युवती मंजू उम्र करीब 19 वर्ष को भी 3 दिन से बुखार आ रहा था। चारों और चंबल के पानी के कारण युक्ति को बाहर जाने का कोई रास्ता नहीं होने के कारण गांव में कोई इलाज नहीं हो सका और युवती को कोई उपचार नहीं पानी के कारण, युवती की मौत हो गई जिससे परिजनों में कोहराम मच गया। परिजनों ने प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए नाकामी बताया, और उनके दावों को फेल बताया। बाढ़ से प्रभावित गांव में अब संक्रमित बीमारियां फैल रही है। घर घर चारपाई बिछी हुई है। वहीं स्वास्थ्य विभाग की टीमें फेल साबित हो रही है। वायरल बुखार की चपेट में कई गांव के लोग दर्जनों की संख्या में बीमार पड़े हुए हैं और उन्हें सरकारी दवा असर नहीं कर रही है।
चंबल क्षेत्र में हुई युवक और युवती की मौत से एक तरफ प्रशासन पर सवाल खड़े हो गए हैं तो वहीं ग्रामीण मदद नहीं मिल पाने के कारण आक्रोशित हैं। ग्रामीणों ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में हर संभव मदद की गुहार लगाई है, वहीं प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि चंबल नदी का जलस्तर 2 मीटर कम हुआ है 136 मीटर से 134 मीटर पर पहुँच गया है, नदी अभी भी खतरे के निशान से 2 मीटर ऊपर बह रही है। स्वास्थ्य विभाग की टीम क्षेत्र में तैनात है।