मध्यप्रदेश देश के उन हिस्सों में से एक है जहां कोरोनावायरस के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। बता दें यहां के दमोह जिले के हिनोता कस्बे में स्थानीय लोगों ने राज्य में बढ़ते COVID मामलों को देखते हुए शनिवार और रविवार को खुद प्रतिबंध लगाने का फैसला लिया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि,’दुकानदारों ने स्वेच्छा से दो दिनों के लिए अपनी दुकानें बंद रखने का फैसला किया है। इसे और बढ़ाया जा सकता है।’ वहीं मध्य प्रदेश के चित्रकूट के नयागांव में रविवार को स्थानीय लोगों ने सरकारी अधिकारियों की एक टीम पर हमला बोल दिया था। दरअसल चित्रकूट में सरकारी अधिकारियों की टीम वहां साप्ताहिक लॉकडाउन लागू करने के लिए आई थी। लेकिन लोगों ने उन अधिकारियों की एक न सुनी और हमला बोल दिया।
मामले का संज्ञान लेते हुए एसएचओ संतोष तिवारी ने कहा, ‘एक इलाके में, दुकानें खुली थीं और लगभग 15 लोग शराब पी रहे थे। जब पुलिस ने उनका पीछा करने की कोशिश की, तो उन्होंने पथराव किया।’ मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा रविवार को लॉकडाउन समस्या का समाधान नहीं है। पूरे प्रदेश में लॉकडाउन नहीं लगेगा। स्थानीय स्तर पर जिन नगरों ने तय किया है, वहां कोरोना कर्फ्यू है। यह उस तरह का लॉकडाउन नहीं है कि सारी गतिविधियां ठप हो जाएं। इसमें कई तरह की छूट है।
हालांकि आपदा प्रबंधन समूहों ने फैसला किया है कि कुछ दिन भीड़ भाड़ वाली गतिविधियां और समारोह बंद रखेंगे। लेकिन आर्थिक गतिविधियां चलती रहनी चाहिए, ताकि लोगों की रोजी-रोटी प्रभावित न हो और लोग कोरोना कर्फ्यू का पालन करें तो संक्रमण को जल्द नियंत्रित किया जा सकता है।उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए महत्वपूर्ण है कि जनता खुद ही अनावश्यक रूप से बाहर न निकले। कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए कोरोना कर्फ्यू जैसे उपाय कारगर साबित होते हैं।