आगरा। दिल्ली-एनसीआर, हरियाणा और राजस्थान से आने वाले मजदूर यात्रियों के लिए जहां एक तरफ आगरा शहर में तमाम समाज सेवी संगठन उनके खाने-पीने की व्यवस्था कर रहे हैं तो वहीं शहर के कुछ लोग ऐसे हैं जिन्होंने मुसाफिरों की अन्य वास्तविक परेशानियों को समझा और अपने सामर्थ्य के अनुसार उनकी मदद की। आगरा के कई स्कूल संचालकों ने बेहतरीन कदम उठाते हुए अपने स्कूल की बसों को आगरा में आने वाले मुसाफिरों को आगरा जिले के आसपास गंतव्य तक पहुंचाने के लिए लगा दी तो वहीं दूसरी ओर शहर के प्रमुख समाजसेवी व जूता व्यवसाई पूरन डावर ने यात्रियों को जूते और चप्पल वितरित किए।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मिले निर्देश के बाद दिल्ली यूपी बॉर्डर से आने वाले हजारों की संख्या में यात्रियों के लिए रोडवेज की बसें लगा दी गई हैं। वहीं अब भी हजारों की संख्या में ऐसे कई यात्री हैं जो राजस्थान हरियाणा आदि राज्यों से पैदल ही आगरा शहर पहुंच रहे हैं और आगे कर तक जाने के लिए उनकी पैदल यात्रा लगातार जारी है। ऐसे में आगरा शहर के कुछ प्राइवेट स्कूलों ने पहल करते हुए अपनी स्कूल की बसों को लगाया और पैदल यात्रियों को बस में बैठा कर उनके गंतव्य तक पहुंचाने में मदद की।
वहीं दूसरी ओर जूते चप्पल वितरित करने के दौरान प्रमुख समाज सेवी पूरन डावर ने बताया कि दिल्ली पैदल आने वाले यात्रियों के लिए आगरा शहर में तमाम समाज सेवी संगठन और संभ्रांत लोग आगे आकर उनके खाने-पीने की व्यवस्था कर रहे हैं। वहीं उन्होंने देखा कि मीलों पैदल चलने के कारण मजदूरों और उनके बच्चों के जूते चप्पल घिस गए हैं और इस तपती गर्मी में सड़क पर नंगे पैर ही चले जा रहे हैं। इस आवश्यकता को महसूस करते हुए उन्होंने आज रामबाग चौराहे पर ऐसे जरूरतमंद मजदूर परिवारों को जूते चप्पल बांटे हैं।
आगरा वासियों की मदद और सेवा कार्यों को देख कर आने वाले हजारों यात्री भी गदगद हो रहे हैं, संकट के दौर में उनके दुख दूर करने के लिए धन्यवाद भी दे रहे हैं।