आगरा। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर सोमवार को जिला क्षय रोग केंद्र के सभागार में उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिलाओं को सम्मानित किया गया। इस मौके पर आधी आबादी को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में नेशनल टेबल टेनिस खिलाड़ी वर्तिका भारत, सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च (सीफार) की डिविजलनल को-आर्डिनेटर राना बी को भी सम्मान से नवाजा गया।
समारोह में जिला क्षय रोग अधिकारी डा. यूबी सिंह ने राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम, आईसीटीसी, पीपीटीसीटी, एआरटी व जिले में कार्यरत, स्वयंसेवी संस्थाओं में कार्यरत महिला कर्मचारी
राखी वर्मा, पुष्पा कर्दम, रितु अरोरा को सम्मानित किया।
जनपद में स्वास्थ्य संचार को सुदृढ़ करने में योगदान के लिए सीफार की राना बी को सम्मानित किया गया। एनजीओ की ओर से टीबी एवं एचआईवी में बेहतर प्रदर्शन करने के लिए चेतना से तृप्ती जैन एवं जनचेतना से रेनू बाला को सम्मान मिला। राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम से एसटीएस सीमा, टीबी एचबी सुमन, सीमा शर्मा, संजना सोनी, कविता शर्मा को सम्मान पत्र प्रदान किया गया।
इस मौके पर जिला क्षय रोग अधिकारी डा.यूबी सिंह ने कहा कि सिर्फ दीवारों और साजो-सामान से नहीं बनता, बल्कि घर औरत से मुकम्मल होता है। महिलाएं घर परिवार का अहम हिस्सा होती हैं। लड़की मां-बाप के घर में बेटी बनकर पैदा होती है तो घर की रौनक बनती हैं। पति के घर जाती है तो उसकी जिंदगी और उसके घर को रौशन करती है। जिस घर में औरत का वास नहीं वह घर बेहद सूना और खालीपन से भरा होता है। हर लड़की मां, बहन और बेटी के रूप में पहले अपने बाप के घर की रौनक बनती है फिर अपने पति के घर की रौनक बनती है। महिलाएं समाज और घर का अहम हिस्सा है इसलिए उनका सम्मान भी जरूरी है।