Agra. मोहब्बत की निशानी ताजमहल के साथ साथ देशभर के सभी संरक्षित स्मारक पर्यटकों से गुलजार नजर आएंगे, इन सभी संरक्षित स्मारकों को 16 जून से खोलने के लिए भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण द्वारा अधिसूचना जारी कर दी गई है। इस संबंध में एएसआइ के निदेशक (स्मारक) डा. एनके पाठक ने पत्र भी जारी कर दिया है। इस पत्र के जारी होने के बाद पर्यटन से जुड़े व्यवसायियों के चेहरे पर अलग ही खुशी है।
गौरतलब है कि विगत वर्ष 2020 में भी कोरोना संक्रमण के कारण ताजमहल, आगरा किला, फतेहपुर सीकरी समेत देशभर के केंद्रीय संरक्षित स्मारकों को पर्यटकों के लिए बंद कर दिया गया था। ताजमहल के दरवाजे 207 दिन तक खुलने के बाद फिर बंद हो गए थे। बीते साल 188 दिनों तक ताजमहल सैलानियों के लिए बंद किया गया था। कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में 15 जून तक ताजमहल बंद रखने के आदेश थे। अनलॉक की प्रक्रिया शुरू होने पर पर्यटन से जुड़े लोगों ने ताजमहल और अन्य स्मारकों को भी खोलने के लिए मांग उठाई थी ताकि लोगों को रोजगार मिल सके। अब एएसआई विभाग की ओर से देशभर के संरक्षित स्मारकों को खोलने का फैसला लिया गया है। स्मारकों से रोजी रोटी कमा रहे गाइड, फोटोग्राफर, छोटे दुकानदार, होटल, रेस्टोरेंट, एंपोरियम, हस्तशिल्पियों को जब ताजमहल खुलने की खबर मिली तो वे खुश हो गए। आगरा में करीब ढाई लाख लोगों का रोजगार ताजमहल और अन्य स्मारकों से जुड़ा है।
अधीक्षण पुरातत्वविद बसंत कुमार के अनुसार कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए पर्यटक ताज का दीदार कर सकेंगे। सैनिटेजर, मास्क लगाने और सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन कराया जाएगा
पिछले दिनों ही प्रदेश में पर्यटन स्थल खोलने के लिए कवायदें शुरू हो गयी थी स्मारक में हर किसी को कोरोना से बचाव के लिए प्रोटोकाल का पालन करना होगा। किसी भी स्मारक में एक बार में सिर्फ 100 लोगों को ही अंदर जाने की इजाजत दी जाएगी।
किए जा रहे हैं नए नियम तय-
पर्यटन स्थलों को फिर से खोलने की कवायद के बीच इनके लिए नए नियम भी तय किए जा रहे हैं। ये नियम सरकार द्वारा अनलॉक के लिए जारी दिशा निर्देशों के तहत बन रहे हैं। कोरोना की पहली लहर के बाद पर्यटन केंद्रों को जिन शर्तों के साथ खोला गया था, उन्हें फिर से लागू किया जा सकता है।
इन शर्तों के साथ मिल सकती है इजाजत-
नए नियमों के तहत हो सकता है कि इन जगहों पर आम पर्यटकों और पर्यटकों के समूह के घूमने के लिए समय सीमा तय की जा सकती है। किसी इमारत में एक समय में 100 लोगों को ही प्रवेश देने जैसी कई शर्तें लागू की जा सकती हैं। पर्यटन स्थलों पर आने वाले लोगों को वहां पर मौजूद रहने वाले गाइड कोरोना से बचाव के लिए जागरूक करेंगे।
आर्थिक संकट से गुजर रहा पर्यटन उद्योग-
प्रदेश के सभी जिले अब दिन में पूरी तरह अनलॉक कर दिए गए हैं। बंदी के दौर में टूर एंड ट्रैवेल एजेंसियों, होटल, गाइड, इक्का-तांगा, कैफेटेरिया और रेस्तरां संचालकों की कमाई भी बिल्कुल ठप पड़ी है। इस बीच पर्यटन विभाग ने पर्यटन स्थलों को कोरोना संक्रमण से बचाव की शर्तों के साथ खोलने की तैयारी शुरू कर दी है। पर्यटन स्थल खुलने से पर्यटन उद्योग पटरी पर वापस आ सकता है।